जोधपुर। नाबालिग छात्रा से रेप मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को सोमवार को फॉलोअप चेकअप के लिए एम्स लाया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस उसे लेकर पहुंची। बताया जा रहा है कि आसाराम को यूरिन प्रोबलम है। जिसका युरोलॉजी विभाग में इलाज चल रहा है। जून महीने में भी आसाराम करीब 9 दिन एम्स में भर्ती थे। उसके बाद उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया था।
आसाराम के एम्स तक जाने की सूचना समर्थकों को पहले ही मिल चुकी थी, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग वहां जुट गए। गार्ड खदेड़ कर उन्हें निकालते नजर आए। ओपीडी भी 18 महीने बाद रविवार को खुली। ऐसे में पहले ही भीड़ थी। इस पर आसाराम के पहुंचने से उनके समर्थकों की भीड़ से मरीज परेशान हुए।
आसाराम 16 जून को यूरिन की प्रोबलम होने पर एम्स में भर्ती हुआ था। हालात में सुधार के बाद उन्हें 24 जून को छुट्टी दे दी गई थी। उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया था। बताया जा रहा है कि जेल में आसाराम की हालात में पूरी तरह से सुधार नहीं आया है। उन्हें ब्लैडर में प्रोबलम के कारण फिर से एम्स लाना पड़ा था। आसाराम को अगस्त में फिर जांच के लिए एम्स लाया गया। आसाराम अभी भी आयुर्वेदिक इलाज को तरजीह देता है।
अपने गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के मामले में आसाराम को 2013 में जोधपुर पुलिस इंदौर से गिरफ्तार कर लाई थी। तब से वह यहां की जेल में बंद है। 2018 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। आसाराम अब तक 15 बार जमानत हासिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक याचिका दायर कर चुका है, लेकिन किसी कोर्ट से उसे जमानत नहीं मिली।