नई दिल्ली। भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज और आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के गेदबाज़ी कोच आशीष नेहरा ने सोमवार काे कहा कि बॉल टेम्परिंग मामले में आस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ अपनी गलती मान चुके हैं और उन्हें आईपीएल के 11वें संस्करण में खेलाना चाहिए।
नेहरा ने बेंगलुरू टीम के एचपी इंक इंडिया के साथ यहां एक करार के अवसर पर यह बात कही थी। नेहरा ने कहा कि मेरा मानना है जो कुछ हुआ वह बहुत गलत था लेकिन अब उस बात को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना होगा।
कप्तान स्मिथ और उपकप्तान डेविड वार्नर ने अपनी गलती मान ली थी। आईसीसी उन्हें सजा दे चुकी है और आईपीएल से उन्हें बाहर रखना एक कड़ा फैसला होगा। मुझे लगता है कि दोनों को आईपीएल में खेलाना चाहिए। स्मिथ आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और वार्नर सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान हैं।
स्मिथ को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन बाॅल टेम्परिंग के लिए दोषी पाया गया था। स्मिथ और वार्नर को इस प्रकरण के बाद तीसरे टेस्ट में कप्तानी और उपकप्तानी से हटा दिया गया है। आईसीसी ने स्मिथ पर एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगाया है जिससे वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे।
बॉल टेम्परिंग मुद्दे में स्मिथ जैसे दिग्गज खिलाड़ी के फंसने के बाद उनकी आईपीएल में खेलने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि इस बात को देखने के लिए विश्व संस्था के रूप में आईसीसी मौजूद है। आईसीसी ने उन्हें सजा भी दे दी है।
स्मिथ खुद अपनी गलती मान चुके हैं। यह कोई पहली बार नहीं है कि ऐसा हुआ है। पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है। यह अफसोसजनक होगा कि ये दोनों खिलाड़ी यदि आईपीएल नहीं खेल पाते हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पिछले सत्र में संन्यास की घोषणा करने वाले नेहरा ने कहा कि यह अब राजस्थान और हैदराबाद को देखना है कि इन दोनों खिलाड़ियों के साथ क्या किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा मानना है हमें इस प्रकरण को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना होगा। दोनों आईपीएल में खेलें या नहीं खेलें यह उनकी टीमें फैसला करेंगी।
बॉल टेम्परिंग पर पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि ट्वंटी 20 में ऐसा कर पाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि दोनों छोर से नई सफेद गेंद का इस्तेमाल होता है। टेस्ट मैच में ऐसा हो जाता है और पहले भी कई बार ऐसा हुआ है।
गेंदबाजी कोच ने स्लेजिंग के मुद्दे पर कहा कि खिलाड़ियों को हमेशा अपनी हद में रहना चाहिए। उन्हें अपनी सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आक्रामकता और जज्बे के साथ खेलते हैं। खेल में स्लेजिंग की घटनाएं भी होती हैं लेकिन ये दायरे में रहनी चाहिए।
बेंगलुरू के कप्तान विराट कोहली के साथ अपने तालमेल को शानदार बताते हुए नेहरा ने कहा कि यदि कप्तान और कोच एक ही लय में काम करें तो टीम अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। यह जरूर है कि दोनों के विचार हमेशा नहीं मिल सकते लेकिन हमारा लक्ष्य जीत हासिल करना रहेगा।
विराट के अपने काम का बोझ कम करने के बयान पर नेहरा ने कहा कि हर खिलाड़ी को आराम की जरूरत होती है। विराट ने भी पिछली सीरीज से विश्राम लिया था। उनके जैसे अनुभवी खिलाड़ी के लिए विश्राम के बाद वापसी करना मुश्किल काम नहीं है। किसी नए खिलाड़ी को दिक्कत हो सकती है लेकिन विराट को नहीं। वैसे भी हमारा सात-आठ दिन का कैंप लगने वाला है।
बेंगलुरू टीम के गेंदबाजी आक्रमण को सशक्त बताते हुए नेहरा ने कहा कि टीम के पास मोइन अली, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, क्रिस वोक्स, उमेश यादव और वाशिंगटन सुंदर जैसे अच्छे गेंदबाज हैं।
टीम की गेंदबाजी पिछले संस्करणों के मुकाबले इस बार बेहतर नज़र आ रही है। हमारे पास अच्छे तेज़ गेंदबाज़ों के साथ साथ अच्छे स्पिनर भी हैं। बेंगलुरू वैसे भी गेंदबाज़ों के लिये मुश्किल मैदान रहा है। लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे कि अपने मैदान पर सभी सात मैच जीतें।
अपनी कोचिंग की जिम्मेदारी पर नेहरा ने कहा कि यह जिम्मेदारी पूरी तरह अलग है और मैं इसे लेकर रोमांचित भी हूं। लेकिन मैं इसे कोचिंग नहीं कहूंगा क्योंकि कोचिंग अंडर टीमों के खिलाड़ियों की होती है। मेरा काम खिलाड़ियों का प्रबंधन संभालना रहेगा क्योंकि टीम में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और इनके बीच तालमेल पैदा करना ही मेरी जिम्मेदारी है।
बेंगलुरू टीम की मुख्य प्रायोजक बनीं एचपी इंक इंडिया की कंट्री मार्केटिंग निदेशक नीलिमा बर्रा ने इस अवसर पर कहा कि एक ब्रांड के तौर पर एचपी और आरसीबी नेतृत्व, भरोसे, प्रदर्शन और विश्वसनीयता के प्रतीक हैं। हमें बेंगलुरू के साथ गठजोड़ कर काफी खुशी महसूस हो रही है। यह गठजोड़ प्रौद्योगिकी और क्रिकेट की दुनिया को एक ही मंच पर लाएगा। इस मौके पर बेंगलुरू टीम की नई जर्सी का भी अनावरण किया गया।