जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज केन्द्र सरकार से फिर मांग की है कि वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए लगाए जा रहे टीके पूरे देश में नि:शुल्क लगाए जाने चाहिए।
गहलोत ने आज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर वर्चुअल सेंसटाइजेशन कार्यशाला में बोलते हुए कहा कि कोरोना में पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी थी, देश के अस्पतालों की हालात देखी है और कई जगहों पर आक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जाने गई हैं।
उन्होंने कहा कि विपरीत हालातों के बावजूद राजस्थान ने कोरोना में बेहतर प्रबंध किया। राज्य में सभी को एक साथ लेकर कोरोना पर काबू पाने के लिए अच्छा प्रबंधन किया गया। वैक्सीनेशन में मरुधरा सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पर भी दबाव बनाए हुए हैं कि देश में वैक्सीन नि:शुल्क लगनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस बारे में अनुरोध किया था कि वैक्सीन को फ्री करो। पता नहीं किसने उनको क्या सलाह दे दी। उन्होंने आज भी केन्द्र सरकार से मांग की कि पूरे देश में वैक्सीन फ्री लगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं सुना की एक चीज की तीन कीमत हो। न्यायालय ने भी इस पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर केन्द्र की नीति गलत रही है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी एवं पार्टी के नेता राहुल गांधी ने पत्र लिखकर केन्द्र को सुझाव दिए लेकिन केन्द्र सरकार इसे आलोचना मानी। उन्होंने कहा कि बिना तथ्यों के आरोप लगाए जाते हैं लेकिन हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं।
गहलोत ने कहा कि कोरोना के प्रकोप ने सभी को हिला कर रख दिया है, इससे चिंता हुई। लोगों ने महल खड़े किए, करोड़ों का उद्योग बनाया लेकिन कोरोना से आदमी दो मिनट में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण बार बार लाकडाउन के कारण लोगों की सोच में भी बदलाव आया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की चाहे तीसरी लहर भी आए लेकिन राज्य सरकार ने सब व्यवस्था कर रखी हैं। उन्होंने आह्वान किया कि कोरोना के समय हम सब को मिलकर आगे आना चाहिए।