जोधपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि देश में उच्चतम न्यायालय सहित देश में न्यायिक व्यवस्था चरमरा गई है।
गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायतंत्र पर सबसे बड़ा खतरा बताते हुए तीन दिन से खुद पर लगे आरोपों पर सफाई दे रहे हैं, इससे उच्चतम न्यायालय अव्यवस्थित हो गया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीमकोर्ट ही नहीं बल्कि पूरे देश की न्यायिक व्यवस्था चरमरा गई है। सुप्रीमकोर्ट की ऐसी स्थिति आजादी के बाद से अब तक नहीं सुनी।
गहलोत ने कहा कि पहले जब चार न्यायाधीशों ने प्रेस कांफ्रेंस की तभी प्रधानमंत्री को इसे गम्भीरता से लेना चाहिए था। उस समय कमियां दूर कर दीं जाती तो ऐसी नौबत नहीं आती। अब जिस तरह के हालात बने हैं, वह गंभार हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विधायिका, कार्यपालिका और तीसरा न्यायपालिका का स्वतंत्र होना बहुत जरूरी है। न्यायतंत्र को लेकर जो हालात बने हैं, उससे पूरे देश की न्यायपालिका चिंतित है।
गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र के अव्यवस्थित हो रहे तीसरे स्तम्भ पर मोदी के मुंह से कोई आवाज नहीं निकल रही है। उन्होंने कहा कि मोदी चुनाव प्रचार में व्यक्तिगत छींटाकशी व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं, राहुल गांधी पर, विपक्षी नेताओं पर सवाल खड़े करके वह जनता को गुमराह करने के अलावा कोई काम नहीं कर रहे हैं। गहलोत ने जनता का आह्वान किया कि वे उनके झांसे में नहीं आएं।