जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उनके परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटा देने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस बारे में जनता को जवाब देना चाहिए।
गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह इसकी निंदा करते हैं और जब पिछले दिनों देश में आतंकवादियों एवं नक्सलियों की तरफ से खतरे की रिपोर्ट आ रही थी, इस बीच ऐसे क्या कारण है कि अचानक गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटा ली गई।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में दावे किए जा रहे थे कि दोनों जगह भाजपा की एक तरफा जीत होने जा रही है दोनों मुख्यमंत्री फिर आ रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों ने चुनाव प्रचार किया लेकिन नतीजा सामने हैं। जनता ने नतीजा देकर संदेश दे दिया। इससे ये हताश हो गए और फैसले ऐसे करते हैं जिनकी आलोचना होती है, चाहे सीबीआई या एसपीजी वाला हो।
उन्होंने कहा कि यह सरकार जो है रात को दो बजे सीबीआई डायरेक्टर के ऊपर छापे डालती है, आईटी और ईडी के छापे, तो आप देख ही रहे हो क्या क्या हो रहा है देश के अंदर और अब गांधी परिवार से एसपीजी हटा ली गई जो कि एक एक्ट के तहत दी गई थी।
हमेशा कायदा होता है जब ऐसा कोई बदलना भी होता है तो पांच-सात दिन दिए जाते हैं। ऐसी क्या जरूरत पड़ गई सरकार को कि आप शाम को ही अचानक घर भेज दो हटाने के लिए तो यह दर्शाता है कि यह द्वेष भाव और मन में हताशा के कारण किया गया है।
उन्होंने कहा कि अचानक ही यह फैसला किया गया है यह समझ के परे है और क्यों किया, देश की जनता को इसका जवाब दिया जाना चाहिए। जिस परिवार के दो प्रधानमंत्री रहे हो, उसके एक सिटिंग और एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या हो गई हो उग्रवाद के नाम पर इसलिए एसपीजी बनी, उस परिवार के सुरक्षा कवर को हटाने का तुक क्या था, इसका जवाब मोदी को देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी की हत्या के बाद बने जस्टिस वर्मा कमीशन ने स्पष्ट कहा था कि अगर एसपीजी नहीं हटती, कोई तरीका निकाल लेते प्रोटेक्शन पूरा देते तो राजीव गांधी की जान बच सकती थी, जब आपको अनुभव है देश के अंदर इंदिरा गांधी की हत्या किस रूप में हुई, अनुभव है कि राजीव गांधी की हत्या के बाद में कमीशन ने क्या रिपोर्ट दी, यह तो सरकार के पास रहती है उसके बावजूद भी इस प्रकार की हरकत करना, यह हरकत है, यह कोई फैसला नहीं है, यह सोची समझी साजिश के अंतर्गत हरकत है।
गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार इस देश के अंदर नई नई परंपराएं डाल रही है, वह समझ के परे है। उन्होंने कहा कि उच्चत्तम न्यायालय के एक जज ने भी कहा था कि आईबी को राजीव गांधी की हत्या की पूरी जानकारी थी आप समझ सकते हैं यह स्थिति है तब भी यह काम किया गया।
उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि राजनाथ सिंह के हटते ही अमित शाह आए और उन्होंने यह फैसला करवा दिया, राजनाथ सिंह के वक्त में पांच साल तक फैसला क्यों नहीं हुआ। खतरे जो उस वक्त में थे वह आज भी है, एसपीजी खुद मान रही है तब क्या कारण है उसके बावजूद भी इस प्रकार की हरकत की गई।
उन्होंने कहा कि जिस परिवार ने दो दो प्रधानमंत्री खोए हैं देश के लिए क्या सरकार का व्यवहार उस परिवार के प्रति इस तरह का होना उचित है, क्या उससे प्रधानमंत्री की शोभा बढ़ेगी, मान सम्मान बढ़ेगा दुनिया के अंदर। एसपीजी कवर हटना पूरी दुनिया की खबर है तो क्या प्रधानमंत्री का कद बढ़ेगा वहां पर, हो सकता है इतना ज्यादा बढ़ गया हो, कोई जरूरत भी नहीं हो यह भी हो सकता है।
एक सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा कि यह प्रयास काफी सालों से कर रखा था, उसमें यह कामयाब नहीं हुए हैं तभी तो हटाया गया एसपीजी को, एक परिवार के बारे में बोलने की लक्ष्मण रेखा पार की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में जो परिणाम आए इससे यह कहना भूल जाएंगे कि कांग्रेस मुक्त भारत बनेगा।