जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी मांगों को लेकर उत्तरप्रदेश के लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना दे रहे राजस्थान के बेरोजगारों का समर्थन करते हुए राज्य की गहलोत सरकार से उनकी मांग पर शीघ्र विचार करने की मांग की है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने कहा कि राजस्थान के बेरोज़गार युवा जो ठंड में लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय के बाहर अपनी वाजिब मांगों के लिए धरने पर हैं। उत्तर प्रदेश में धरना धरना खेलने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बेरोजगारों की मांगों पर विचार करने के लिए कहना चाहिए।
उन्होंने मांग कि कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे इन बेरोजगारों की मांगों पर गहलोत सरकार को विचार कर इन्हें राहत दी जानी चाहिए।
इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अपनी 22 सूत्री मांगों को लेकर महीनेभर से जयपुर में धरने बैठे युवाओं की जब कांग्रेस सरकार ने एक ना सुनीं तो हताश युवा अब लखनऊ में प्रियंका गांधी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे हैं। राज्य सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर युवाओं की मांग पर शीघ्र विचार करना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान में 22 सूत्री मांगों को लेकर गत डेढ़ महीने से बेरोजगार युवा धरना दे रहे थे। मगर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। जब ये युवा उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी से मिलने की उम्मीद लेकर कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे, वहां भी इन्हें दुर्व्यव्हार ही मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इधर भी ध्यान देना चाहिए।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में 22 सूत्री मांगों को लेकर गत डेढ़ महीने से बेरोजगार युवा धरना दे रहे हैं लेकिन तानाशाही गहलोत सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है। अब उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी से न्याय की आस लेकर कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे बेरोजगार युवाओं के साथ कांग्रेसी दुर्व्यव्हार करने पर उतारू है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार युवा अपनी मांगों के लिए आंदोलनरत है व उत्तर प्रदेश में भूखे रहकर सर्दी में पूरी रात गुजारेंगे। सरकार का अडियल रूख संवेदनहीनता को दर्शा रहा है। युवाओं के साथ वादाखिलाफी करने वाली गहलोत सरकार को तत्काल रूप से युवाओं की मांगों पर सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि ये बेरोजगार अपनी मांगों के लिए प्रियंका गांधी से गुहार लगाने लखनऊ पहुंचे लेकिन इन बेरोजगारों को शनिवार रात खुले आसमान के नीचे गुजारनी पड़ी, इनमें महिला बेरोजगार भी शामिल थी।