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अशोक गहलोत बोल रहे है जिन्ना की भाषा : सतीश पूनिया - Sabguru News
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अशोक गहलोत बोल रहे है जिन्ना की भाषा : सतीश पूनिया

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अशोक गहलोत बोल रहे है जिन्ना की भाषा : सतीश पूनिया

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर मोहम्मद अली जिन्ना की भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें नागरिकता संशोधन कानून पर दिए बयान पर जनता से माफी मांगनी चाहिए।

पूनियां आज यहां पत्रकारों से कहा कि गहलोत के बयान नागरिकता संशोधन कानून वापस नहीं लिया तो देश के टुकड़े हो जाएंगे पर उन्हें बड़ा एतराज है। उन्होंने कहा कि उनके बयान की परिभाषा एवं मर्यादा के हिसाब से यह देश द्रोह की संज्ञा में आता है। भारत इतना कमजोर नहीं है कि उनके बयान से बिखर जाएगा।

उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि वह मोहम्मद अली जिन्ना की भाषा बोल रहे हैं, टुकड़े टुकड़े गैंग को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका बयान बहुत ही शर्मनाक एवं अशोभनीय है। इस पर गहलोत को जनता से माफी मांगनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि गत तीन जनवरी को जोधपुर में मीडिया से कहा कि कानून वापस नहीं लिया तो पाकिस्तान और रुस की तरह देश के टुकड़े हो जाएंगे।

पूनियां ने अस्पतालों में बच्चों की मौत के सवाल पर कहा कि अब लगता है कि आंकड़ों पर नहीं जाकर उपचार पर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में इतने बच्चों की मौत हो गई लेकिन मुख्यमंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे है। जिम्मेदार मंत्री बीस दिन तक वहां नहीं पहुंचा। आईएएस अधिकारी को भेजकर लीपापोती कर दी गई। सरकार को गंभीरता का अंदाजा नहीं था।

उन्होंने कहा कि सरकार बार बार निरोगी राजस्थान का नारा दे रही है और उसे दोहराते है लेकिन अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत का कारण ठंड और संसाधनों की अनुपलब्धता बताई जा रही है। एक बैड पर तीन-तीन बच्चे भर्ती हैं, संक्रमण तो होगा। समय रहते न तो बीमारी का आकलन किया और न ही ऐहतियातन उपाय किये गये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का गृह नगर भी अछूता नहीं रहा जबकि सरकार आंकड़ों का खेल खेल रही है, यह शर्मनाक है।

पूनिया ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट देर से आए और कहा है कि वह राजनीति में नहीं जाते और उन्होंने स्वीकार किया है। यह उनका परिपक्व बयान है। ऐसा कर लोकतांत्रिक काम किया है। लेकिन गुटों में बंटी कांग्रेस कैसे सुशासन दे सकती है।