जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कपिल सिब्बल के गांधी परिवार को पार्टी नेतृत्व से हटने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह कांग्रेस संस्कृति के व्यक्ति नहीं हैं और उन्हें कांग्रेस की एबीसीडी ही नहीं पता है।
गहलोत ने आज यहां मीडिया से कहा कि सिब्बल बहुत बड़े एवं देश के माने हुए वकील हैं, इसी वजह से उनकी कांग्रेस में एंट्री हुई थी। सोनिया गांधी के आशीर्वाद और राहुल गांधी के सहयोग से कपिल सिब्बल को बहुत चांस मिला है और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली, पार्टी के प्रवक्ता रहे, उनके मुंह से ऐसे अल्फाज निकलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि बढ़कर सिब्बल को कांग्रेस की एबीसीडी ही नहीं पता है। मंत्री बनना अलग बात है। कांग्रेस की संस्कृति, उसके संविधान एवं मूलभावना की कद्र करनी चाहिए। कांग्रेस ने आजाद से पहले एवं बाद में बलिदान दिया। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी एवं सरदार बेअंत सिंह की हत्या हुई लेकिन आतंकवाद को नेस्तनाबूद कर दिया गया मगर खालिस्तान नहीं बनने दिया गया।
कपिल सिब्बल कांग्रेस का इतिहास भूल जाते हैं क्या। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य पिछले 30 साल में मंत्री, मुख्यमंत्री, या प्रधानमंत्री नहीं बना। फिर भी देशवासी चाहते हैं। हर जाति, हर वर्ग, हर धर्म, हर भाषा बोलने वाले, हर क्षेत्र के लोग दक्षिण के हों, पूर्व के,पश्चिम के या उत्तर के हों, सब चाहते हैं कि अगर कांग्रेस को एकजुट रखना है तो गांधी परिवार के नेतृत्व में ही एकजुट रह सकती है। ये अगर क्रेडिबिलिटी उनकी बनी हुई है तो आज हर कांग्रेसजन उनके साथ में हैं।
उन्होंने कहा कि सिब्बल के दिमाग यह बात क्यों आईं, समझ से परे है, उम्मीद नहीं थी, उनकी यह सोच बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि चुनाव हारने के समय ऐसी बातें करने की बजाय एकता दिखानी चाहिए। उन्होंने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि समझो, इतिहास पढ़ो, इतिहास सामने रखकर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश जिस दिशा में जा रहा है लोगों की सोच है कि कांग्रेस मजबूत बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व की राजनीति करना आसान है लेकिन कांग्रेस की तरह इंदिरा गांधी सहित कई नेताओं ने बलिदान दिया, वह मुश्किल काम है।