नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रभार संभालने के बाद पार्टी संगठन में बडा फेर बदल करते हुए जनार्दन द्विवेदी और बीके हरिप्रसाद को महासचिव पद से हटा दिया और अशोक गहलोत को संगठन का प्रभार सौंप दिया।
द्विवेदी लंबे समय से महासचिव के रुप में संगठन प्रभार देख रहे थे। गहलोत संगठन के साथ साथ प्रशिक्षण का प्रभार भी संभालेंगे। उन्हें पिछले वर्ष गुजरात विधानसभा चुनाव से पूर्व पार्टी महासचिव नियुक्त करते हुए प्रदेश का प्रभार साैंपा गया था। गुजरात चुनाव में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और माना जा रहा है कि यह ध्यान में रखकर ही उन्हें नई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। गुजरात का प्रभार लोकसभा सदस्य राजीव सातव को दे दिया गया है।
सबगुरु न्यूज चैनल देखने के लिए यहां क्लीक करें
हरिप्रसाद के स्थान पर ओडिशा का प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को बनाया गया है। गांधी ने संगठन में एक और परिवर्तन करते हुए महेंद्र जोशी को सेवा दल के प्रमुख के पद से हटाकर लालजी देसाई को यह जिम्मेदारी सौंपी है। जो अभी तक गुजरात प्रदेश इकाई में महासचिव थे। वह राज्य में किसान आंदोलन से जुडे रहे हैं और चार साल पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
गांधी ने इसी माह आयोजित कांग्रेस महाधिवेशन में स्पष्ट कर दिया था कि वह पार्टी में बड़ा फेरबदल करेंगे। उन्होंने कहा था कि संगठन में युवाओं को जगह देने के साथ ही वरिष्ठ नेताओं के अनुभव का भी फायदा उठाया जाएगा। आज जिन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गयी है उनमें राजीव सातव, जितेंद्र सिंह तथा लालजी देसाई युवा चेहरे है जबकि अशोक गहलोत अनुभवी नेता हैं।