जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में चल रहे गुर्जर आंदोलन के दौरान धौलपुर में हिंसा की घटना पर चिंता जताते हुए कहा है कि राज्य सरकार गुर्जर समाज से शांतिपूर्ण वार्ता के लिए तैयार है।
गहलोत ने रविवार को दिल्ली से लौटने के बाद पत्रकारों से कहा कि गुर्जर समाज को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। रेलवे लाइन पर धरना देना उचित नहीं है। सरकार सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण माहौल में बातचीत के लिये तैयार है।
उन्होंने कहा कि धौलपुर में हिंसक घटना असामाजिक तत्वों द्वारा की गई है। इसकी जांच कराई जाएगी। गहलोत ने कहा कि पुलिस के वाहन जलाना उचित नहीं है। किरोड़ी सिंह बैंसला ने भी कहा था कि आंदोलन शांतिपूर्ण किया जाएगा। उनके समर्थकों को उनकी बात माननी चाहिए। ऐसे कौन लोग हैं जो हिंसा कर रहे हैं, यह समाज के लोगों को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ है।
उधर, धरनास्थल पर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि उनकी मांग बिल्कुल सही है। और मांगें पूरी होने तक वह महापड़ाव समाप्त नहीं करेंगे।
पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने पत्रकारों को बताया कि राजमार्ग अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ अब तक तीन मुकदमे दर्ज किए गये हैं। इनमें दो धौलपुर में हुई हिंसक घटना को लेकर किये गये हैं। उन्होंने पुलिस द्वारा हवाई फायरिंग से इन्कार करते हुए कहा कि आंदोलनकारियों द्वारा वाहन जलाने के साथ ही पुलिस पर पथराव किया गया, उन्हें तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए माकूल व्यवस्था की गई है। संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। तीन स्थानों पर पुलिस नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। जनता को अफवाहों से भ्रमित होने की जरूरत नहीं है।