नई दिल्ली/सिरसा। एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के तहत हरियाणा में सिरसा के पूर्व सांसद एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्राथमिक सदस्यता से आज इस्तीफा दे दिया।
डा. तंवर ने अपने एक ट्वीट में पार्टी से इस्तीफा देने की जानकारी दी। उन्होेंने लिखा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लम्बे विचार विमर्श के बाद मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का कारण सभी कांग्रेसजनाें और जनता को मालूम है। उल्लेखनीय है कि उन्होंने गत दिनों राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी में टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया था।
डा. तंवर राज्य विधानसभा चुनावों के लिए टिकट वितरण में अपनी उपेक्षा किए जाने से नाराज थे। पार्टी आलाकमान ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए हाल ही में डा. तंवर को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाकर उनकी जगह राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को बिठा दिया था। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पार्टी विधायक का नेता नियुक्त कर दिया था। हुड्डा और डा. तंवर के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। पार्टी के इस कदम से राज्य की राजनीति में हाशिये पर चले जाने से भी तंवर आहत थे।
उधर विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बंटवारे में भी उनकी एक नहीं चली और वह अपने एक भी समर्थक को टिकट नहीं दिला पाए। उन्होंने ट्वीट में कहा कि देश में लोकतंत्र है, लेकिन हरियाणा में बड़े-बड़े राजघराने हैं। कुछ हमारी पार्टी में हैं और कुछ लोग दूसरी पार्टी में हैं। मेरे खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाया गया, इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में छह फीसदी वोट बढ़ा।
उन्होंने दावा किया कि हरियाणा कांग्रेस अब ‘हुड्डा कांग्रेस’ बनती जा रही है। उन्होंने पार्टी के मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह बताया जाए कि किन मापदंडों के आधार पर टिकट दिए गए हैं। राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी।
इससे पहले डा. तंवर ने गुरूवार को हरियाणा में टिकट बंटवारे में अपने समर्थकों की अनदेखी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए विधानसभा चुनाव के लिए बनी विभिन्न समितियों से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में भी उनका नाम था।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में हालांकि कहा था कि वह पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करते रहेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया था कि गत दो महीने में उन्हें छह बार भारतीय जनता पार्टी से बुलावा आ चुका है।
After long deliberations with party workers and for reasons well known to all Congressman and public, I hereby resign from the primary membership of the @INCIndia pic.twitter.com/qG9dYcV6u2
— Ashok Tanwar (@AshokTanwar_INC) October 5, 2019