पर्थ । बल्लेबाज़ रोहित शर्मा, आॅफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव को शुक्रवार से आस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जाने वाले दूसरे क्रिकेट टेस्ट के लिये भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर रखा गया है।
वहीं ओपनर एवं युवा बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ भी चोट से उबर नहीं पाये हैं अौर दूसरे टेस्ट में नहीं खेल सकेंगे। अभ्यास मैच के दौरान चोटिल होने के कारण पृथ्वी पहले मैच में भी नहीं खेल सके थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने गुरूवार को पर्थ टेस्ट के लिये अपनी 13 सदस्यीय टेस्ट टीम की घोषणा की थी जिसमें अश्विन, रोहित और शॉ के चोट के कारण दूसरे मैच में अनुपस्थित रहने की जानकारी दी गयी है।
कलाई के स्पिनर कुलदीप को पर्थ स्टेडियम में तेज़ गेंदबाज़ों के लिये मददगार पिच को ध्यान में रखते हुये अंतिम एकादश से बाहर रखा गया है। ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की विशेषज्ञ स्पिनर ऑलराउंडर के तौर पर टीम में वापसी हुई है जबकि उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार को तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का जिम्मा सौंपा गया है जो एडिलेड टेस्ट से बाहर रहे थे।
एडिलेड ओवल में छह विकेट निकालने वाले अश्विन को पेट की मांसपेशियों में खिंचाव है और पर्थ में नहीं खेल सकेंगे जबकि रोहित को पीठ के निचले हिस्से में फील्डिंग के दौरान चोट लग गयी थी और फिलहाल उनका उपचार चल रहा है। शॉ को सीरीज़ से पहले अभ्यास के दौरान टखने में चोट लगी थी।
भारत ने एडिलेड टेस्ट 31 रन से जीतने के बाद चार मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बनाई थी। टीम इस प्रकार है- विराट कोहली(कप्तान), मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्या रहाणे, हनुमा विहारी, रिषभ पंत(विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव।
एडिलेड टेस्ट से बाहर रहे ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा हालांकि टीम में विशेषज्ञ लेफ्ट आर्म स्पिनर के तौर पर शामिल किये गये हैं जो निचले क्रम पर बेहतरीन स्कोरर भी हैं और अश्विन की जगह वह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं। वहीं रोहित की अनुपस्थिति में हनुमा विहारी संभवत: छठा बल्लेबाजी विकल्प होंगे।
हनुमा का सीए एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच में बल्ले से प्रदर्शन अच्छा रहा था और उन्होंने 53 और नाबाद 15 रन की उपयोगी पारियां खेली थीं। बल्लेबाज़ी क्रम में लोकेश राहुल और मुरली विजय ओपनिंग जोड़ी के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे जबकि कप्तान विराट पर भी नये पर्थ स्टेडियम की तेज़ पिच पर खुद को साबित करने का दबाव रहेगा।
टीम की निगाहें एक बार फिर विशेषज्ञ बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा पर लगी हैं जिन्होंने एडिलेड की मुश्किल परिस्थितियों में 123 रन और 71 रन की पारियों से टीम की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई और मैन ऑफ द मैच भी रहे। पुजारा का प्रदर्शन इसलिये भी अहम था क्योंकि पहले मैच में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज़ विराट भी बल्ले से निराश कर गये और 3 तथा 34 रन ही बना सके थे। अपनी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग गंवाने की कगार पर खड़े विराट से इस बार जिम्मेदारी निभाने की उम्मीद होगी।
वहीं ओपनर मुरली और लोकेश के लिये भी टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने का दबाव होगा। पहली पारी में दोनों ओपनर तीन रन ही जोड़ सके थे। हालांकि दूसरी पारी में उनका प्रदर्शन बेहतर हुआ लेकिन वह संतोषजनक नहीं था। विराट ने भी मैच के बाद माना कि मध्यक्रम को और रन बनाने की जरूरत थी। हनुमा, उपकप्तान अजिंक्या रहाणे और विकेटकीपर रिषभ पंत से इस जिम्मेदारी को निभाने की उम्मीद की जा सकती है।
पर्थ के नये स्टेडियम पर भारत और आस्ट्रेलिया की भिड़ंत के रोमांचक रहने की उम्मीद है लेकिन यहां पर मैच की असल हीरो अभी से ‘पिच’ को माना जा रहा है। क्यूरेटर ने भी मैच से पूर्व संकेत दिये हैं कि यह बहुत हरी, तेज़ और उछाल भरी पिच होगी। विराट ने पिच को लेकर कहा है कि पर्थ स्टेडियम पर वह पहले कभी नहीं खेले हैं लेकिन उन्हें यह पिच वंडरर्स ट्रैक की तरह लग रही है और वह यहां खेलने को लेकर उत्साहित हैं।
तेज़ पिच के कारण भारतीय टीम प्रबंधन ने कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को टीम से बाहर रख एक अतिरिक्त तेज़ गेंदबाज़ को उतारने का फैसला किया है। पिछले मैच से बाहर रहे तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव को पर्थ के लिये बुलाया गया है जबकि एडिलेड में कारगर साबित हुये तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा एडिलेड के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे। बुमराह ने पिछले मैच में छह विकेट, शमी ने पांच और इशांत ने तीन विकेट निकाले थे।
दूसरी ओर मेज़बान टीम पिछले मैच में खेल के हर विभाग में विफल साबित होने के बाद वापसी के लिये तैयार दिख रही है। आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में उसके निचले क्रम ने अच्छी बल्लेबाजी की जिसमें नाथन लियोन काफी प्रभावशाली रहे थेे। बल्लेबाजों में आरोन फिंच, मार्कस हैनरी, शॉन मार्श, उस्मान ख्वाजा, कप्तान टिम पेन, लियोन को बड़े स्कोर के लिये खेलना होगा।
हालांकि पिच की स्थिति को देखते हुये एक बार फिर दारोमदार गेंदबाज़ों पर दिखाई दे रहा है। आस्ट्रेलिया के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जोश हेजलवुड, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस की तिकड़ी के लिये पर्थ की पिच पर विकेट हासिल करने और भारतीय बल्लेबाज़ पर दबाव बनाना अनिवार्य होगा।