दुबई। भारत और अफगानिस्तान के बीच एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट का सुपर-4 मुकाबला मंगलवार को रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचने के बाद टाई समाप्त हो गया।
अफगानिस्तान ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 252 रन बनाये जबकि भारत ने 49.5 ओवर में 252 रन बनाये। भारतीय टीम 28 सितम्बर के फाइनल में पहले ही पहुंच चुकी थी जबकि फाइनल की होड़ से बाहर हो चुके अफगानिस्तान ने इस टाई के साथ सम्मान से टूर्नामेंट से विदाई ली। भारत ने अपना आठवां टाई खेला जबकि अफगानिस्तान का यह पहला टाई था।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की टीम 110 रन की ओपनिंग साझेदारी के बाद लड़खड़ा गई और उसके विकेट बराबर गिरते रहे। लोकेश राहुल ने 66 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 60 रन और अंबाटी रायुडू 49 गेंदों में चार चौके और चार छक्कों के सहारे 57 रन ठोके। इस समय भारत के लिए सफर आसान लग रहा था लेकिन उसके बाद परिस्थितियों ने नाटकीय ढंग से पलटा खाया।
रायडू को मोहम्मद नबी ने आउट किया जबकि राहुल को राशिद खान ने पगबाधा किया। राहुल ने डीआरएस लिया लेकिन अंपायर का फैसला बरकरार रहा। चौथे नंबर पर आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मात्र आठ रन बनाकर राशिद खान की गेंद पर पगबाधा हो गए। यह फैसला सही नहीं था लेकिन भारत के पास डीआरएस बचा नहीं था और धोनी को पवेलियन लौटना पड़ा।
मनीष पांडेय आठ और केदार जाधव 19 रन बनाकर आउट हुए। जाधव नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट हुए। केदार के रन आउट होने के बाद दिनेश कार्तिक भी दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से मोहम्मद नबी की गेंद पर पगबाधा हो गए।
कार्तिक को आउट करार दिए जाने वाली गेंद लेंग स्टंप छोड़ रही थे और भारत के पास कोई डीआरएस बचा नहीं था। कार्तिक ने 66 गेंदों पर 44 रन में चार चौके लगाए। पदार्पण मैच खेल रहे दीपक चाहर ने 14 गेंदों पर 12 रन बनाये। भारत का सातवां विकेट 226 के स्कोर पर गिरा।
अब जिम्मेदारी रवींद्र जडेजा पर थी कि वह भारत को जीत की मंजिल पर पहुंचाए। भारत को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। कुलदीप यादव 49 वें ओवर में टीम के 242 के स्कोर पर रन आउट हो गए। भारत का आठवां विकेट गिर गया। मैच लगातार रोमांचक होता जा रहा था। सिद्धार्थ कौल भी रन आउट हो गए। भारत का नौंवां विकेट 245 के स्कोर पर गिर गया।
जडेजा ने 50 वें ओवर में राशिद की दूसरी गेंद पर चौका मारा। अब तीन रन चाहिए थे। तीसरी गेंद पर जडेजा ने एक रन लिया और अब खलील अहमद क्रीज पर थे। खलील ने चौथी गेंद पर सिंगल चुरा लिया और स्कोर बराबर हो गया। जडेजा पांचवीं गेंद पर कैच आउट हो गए और इसके साथ ही मैच टाई समाप्त हो गया।
इससे पहले ओपनर मोहम्मद शहजाद (124) के विस्फोटक शतक से अफगानिस्तान ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 252 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे अफगानिस्तान के लिए शहजाद ने आकर्षक बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए मात्र 116 गेंदों पर 124 रन में 11 चौके और सात छक्के उड़ाए। शहजाद छठे बल्लेबाज के रूप में 180 के स्कोर पर आउट हुए और इसमें अकेले उनका योगदान 124 रन का था। शहजाद का यह पांचवां वनडे शतक था।
इस मैच में भारत ने कप्तान रोहित शर्मा सहित पांच खिलाड़ियों को विश्राम दिया जिससे पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी संभालने का मौका मिला और उन्होंने अपनी कप्तानी में 200 मैच पूरे करने की उपलब्धि हासिल कर ली।
शहजाद ने पहले विकेट के लिए जावेद अहमदी के साथ 65 रन जोड़े जिसमें अहमदी का योगदान मात्र पांच रन था। अफगानिस्तान ने 82 रन तक जाते जाते अपने चार विकेट गंवाए लेकिन शहजाद ने अकेले ही भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली। उनके आउट होने के बाद मोहम्मद नबी ने 56 गेंदों में तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 64 और नजीबुल्लाह जादरान ने 20 रन बनाकर अफगानिस्तान को 252 तक पहुंचाया।
भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा ने 46 रन पर तीन विकेट और कुलदीप यादव ने 38 रन पर दो विकेट लिए जबकि खलील अहमद, पदार्पण मैच खेल रहे दीपक चाहर और केदार जाधव ने एक-एक विकेट लिया।