नई दिल्ली। एशिया कप के 2021 के संस्करण को आधिकारिक रूप से स्थगित कर दिया गया है और अब इसका आयोजन 2023 में किया जाएगा।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण एशियाई क्रिकेट परिषद को यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। एसीसी ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि कोविड 19 महामारी के कारण एसीसी कार्यकारी बोर्ड को एशिया कप को 2023 में ले जाने का मुश्किल फैसला करना पड़ा है उसके बाद से एसीसी अपने भागीदारों और अंशधारकों के साथ यह सुनिश्चित करने का काम करेगी कि यह टूर्नामेंट हर वर्ष आयोजित हो।
एसीसी ने अपने बयान में कहा कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के चलते यह निष्कर्ष निकाला गया कि साल में कोई प्रैक्टिकल विंडो उपलब्ध नहीं है जहां सभी टीमें हिस्सेदारी करने के लिए उपलब्ध हों। बोर्ड ने इस मामले पर सावधानी पूर्वक विचार करने के बाद तय किया कि इस टूर्नामेंट को स्थगित करने के अलावा कोई चारा नहीं है यह टूर्नामेंट अब 2023 में कराना ही संभव होगा क्योंकि 2022 में पहले से ही एशिया कप का आयोजन होना है । एशिया कप के लिए तारीखें निर्धारित अवधि में बता दी जाएंगी।
यह दूसरा मौका है, जब इस टूर्नामेंट के आयोजन पर पानी फिरा हो। पहले यह प्रतियोगिता पिछले साल यानी साल 2020 में पाकिस्तान में होने वाली थी, लेकिन तब कोरोना महामारी के चलते ही इसे एक साल के लिए टाल दिया गया था।
पाकिस्तान ने श्रीलंका से मेजबानी अधिकार की अदला-बदली की थी इसलिए जून 2021 में एशिया कप श्रीलंका में होता जबकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड 2022 में टूर्नामेंट करवाएगा। यानी हर दो साल में होने वाला यह टूर्नामेंट लगातार दो साल खेला जाता, लेकिन अब साल 2020 और 2021 में प्रतियोगिता नहीं होगी।
टूर्नामेंट का यह 15वां संस्करण पहले पाकिस्तान में होना था, लेकिन भारत के इनकार के बाद इसे यूएई में करवाए जाने की बात सामने आ रही थी। बीसीसीआई ने कहा था कि अगर टूर्नामेंट का आयोजन तटस्थ स्थान पर होता है तो उसे पाकिस्तान द्वारा एशिया कप की मेजबानी से कोई समस्या नहीं है। बाद में इसकी मेजबानी श्रीलंका को दे दी गई थी। आखिरी बार साल 2018 में भारत ने ही बंगलादेश को यूएई में हराकर एशिया कप जीता था। भारत इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम है। श्रीलंका 2023 सत्र की मेजबानी करेगा।