गुवाहाटी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016 को मंगलवार को लोकसभा में पास कराने के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के अडिग रहने के बाद असम गण परिषद सोमवार को असम की भाजपा नीत गठबंधन सरकार से अलग हो गई।
अगप अध्यक्ष एवं राज्य के कैबिनेट मंत्री अतुल बोला ने नई दिल्ली में इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अगप इस मुद्दे पर राज्य में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेगी।
सिंह से मुलाकात के बाद बोरा ने संवाददाताओं से कहा किे हमें पूरा विश्वास है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पास हो जाएगा। सिंह ने कहा है कि भाजपा कोशिश करेगी कि यह मूल रूप में पारित हो जाए और इसे देखते हुए अब सरकार में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगप ने हर स्तर पर इस विधेयक को लेकर भाजपा पर दवाब बनाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हमारी बातों को पूरी तरह से अनसुनी कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों के साथ छल किया है।
उन्होंने इस मुद्दे पर अगप का समर्थन करने वाली जनता दल (यूनाइटेड) तथा शिव सेना सहित अन्य पार्टियों का शुक्रिया किया। इस दौरान राज्य के दो पूर्व मंत्री केशव महंता तथा फणि भूषण चौधरी तथा पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि संसद की संयुक्त समिति ने नागरिकता विधेयक की रिपोर्ट सोमवार को दोनों सदनों में रखी थी।