गुवाहाटी। असम के पत्रकार संगठनों ने मुंबई पुलिस की ओर से रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की तीखी निंदा की है।
गुवाहाटी प्रेस क्लब (जीपीसी) ने बुधवार को यहां बयान जारी कर कहा कि सबूत के अभाव में बंद हो चुके आत्महत्या के लिये उकसाने के पुराने मामले को फिर से खोलना तथा गोस्वामी की गिरफ्तारी अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
जीपीसी कार्यकारी समिति के सदस्यों ने गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस से आग्रह किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वरिष्ठ पत्रकार के साथ पक्षपातपूर्ण मानसिकता के बिना उचित व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि न्याय होगा।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया फोरम असम ने भी गिरफ्तारी की निंदा की है और गोस्वामी के साथ उचित बर्ताव की मांग की है। जर्नलिस्ट फोरम असम ने गोस्वामी की गिरफ्तारी पर पूरी तरह से नाराजगी व्यक्त की और महाराष्ट्र सरकार से उन्हें तत्काल रिहा करने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस ने गोस्वामी को 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नायक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आज सुबह गिरफ्तार किया। पुलिस ने इससे पहले गोस्वामी को आज सुबह उनके घर से हिरासत में लिया था।
पुलिस ने गोस्वामी को आर्किटेक्ट अन्वय को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया। अन्वय ने मई 2018 में आत्महत्या की थी। अन्वय ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि वह आत्महत्या के लिए मजबूर हैं। उसने अर्णब पर 5.40 करोड़ रुपए की बकाया राशि का भुगतान नहीं करने का उल्लेख किया था। उल्लेखनीय है कि गोस्वामी और उनका परिवार असम से आते हैं।
कांग्रेस सिर्फ प्रेस ही नहीं न्यायपालिका को भी नहीं छोड़ती : भाजपा