गुवाहाटी। असम के जोरहाट और गोलाघाट जिलों में अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है तथा यह आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
सबसे अधिक मौतें गोलाघाट जिले में हुई हैं और यहां मृतकों का आंकड़ा 60 के करीब बताया जा रहा है। समीपवर्ती जोरहाट जिले में 20 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह हादसा गुरूवार को हुआ था।
गोलाघाट उपायुक्त धीरेन हजारिका ने बताया कि गोलाघाट जिले में 58 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
जोरहाट जिले की उपायुक्त रोशनी कोराती ने बताया कि 23 लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासनिक तौर पर की जा चुकी है और दोनाें जिलों के करीब 100 लोग जोरहाट मेडिकल कालेज तथा अस्पताल में भर्ती हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हिमंता बिस्वा शर्मा ने सुबह अस्पताल का दौरा करने के बाद बताया कि डिब्रूगढ़ और तेजपुर अस्पतालों से अतिरिक्त चिकित्सकों को बुलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को निशुल्क दवाये दी जा रही हैं और उनके तीमारदारों को भी निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जोरहाट से छह और गाेलाघाट से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गोलाघाट जिले में अवैध शराब रखने के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे दो गोदामों को बंद कर दिया गया है।
ऊपरी असम के मंडलायुक्त जूली सोनोवाल ने पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी है और अतिरिक्त आयुक्त की अगुवाई में आबकारी विभाग की टीम ने अलग से जांच शुरू कर दी है।
इसके अलावा जोरहाट में हुई मौतों की अलग से मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश दिए जा चुके हैं। गोलाघाट जिले के आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को इस मामले में निलंबित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कल मामले की जांच के लिए मंत्री तपन कुमार गोगोई, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा तथा विधायक मृणाल सैकिया को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा था।
हालमिरा चाय बागान में गुरूवार रात कुछ लोगों की मौत हुई थी और शुरूआती जांच में पता चला है कि पीड़ितों ने अवैध शराब ‘सुलाई’ पी थी जो स्थानीय तौर पर बनाई गई थी।