लंदन। विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को ब्रिटिश अदालत से मिली सजा प्रेस की आजादी के लिए पत्रकारों की आवाज को दबाने के लिए एक गुपचुप अभियान की शुरुआत की है। यूनिकटीफॉरजे अभियान की प्रवक्ता क्रिस्टीन डोर्फ ने यह बात कही है।
बुधवार को लंदन की अदालत ने असांजे को रिहाई के नियम के तोड़ने के मामले में 50 हफ्तों की जेल की सजा सुनाई थी। डोर्फ ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब प्रेस की आजादी को दबाने के लिए श्रृंखलाबद्ध तरीके से इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है और यह सब राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि यह साफ है कि असांजे का राजनीतिक मंशा से उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे पहले बुधवार को विकिलीक्स के एडिटर-इन-चीफ क्रिस्टिन हराफनसन ने भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि यह प्रतिशोध की कार्रवाई है और काफी अपमानजनक है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को अमरीका के प्रत्यर्पण मामले के अनुरोध पर असांजे को सुनवाई के लिए लंदन की अदालत में पेश होना है। वेस्टमिंस्टर अदालत में स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे इस मामले में कार्रवाई शुरू होगी।
अमरीका के विधि विभाग ने कहा है कि असांजे पर अमरीका के सरकारी कंपयूटर को हैक कर उसका पासवर्ड चोरी करने के आरोप में उनके प्रत्यपर्ण करने की मांग की गई है।