सबगुरु न्यूज। आज 16 अप्रेल 2019 यानी मंगलवार का दिन है। ज्योतिष में मंगल को देवताओं के सेनापति की संज्ञा दी गई है। यह पराक्रम व रक्त का कारक माना जाता है। वहीं विवाह में विलंब के संबंध में भी इस ग्रह का दोष माना जाता है। इसका रत्न मूंगा होता है। मंगल ग्रह लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है।वहीं इस दिन के कारक देव श्री बजरंग बली माने गए हैं।
गरुण पुराण के अनुसार मनुष्य के शरीर में नेत्र मंगल ग्रह का स्थान है। यदि किसी जातक का मंगल अच्छा हो तो वह स्वभाव से निडर और साहसी होगा तथा युद्ध में वह विजय प्राप्त करेगा लेकिन यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में बैठा हो तो जातक को विविध क्षेत्रों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मंगल का अन्य ग्रहों से संबंध
मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है। यह मकर राशि में उच्च होता है, जबकि कर्क इसकी नीच राशि है। वहीं नक्षत्रों में यह मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी होता है।
मंगल का वैदिक मंत्र
ॐ अग्निमूर्धा दिव: ककुत्पति: पृथिव्या अयम्। अपां रेतां सि जिन्वति।।
मंगल का तांत्रिक मंत्र
ॐ अं अंङ्गारकाय नम:।।
मंगल का बीज मंत्र –
ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।।
मंगलवार के टोटके : हर संकट से बचाएं
मंगलवार का दिन हनुमान जी का माना जाता है। लेकिन इस दिन को गणेश जी के लिए भी शुभ माना गया है। यह दिन कर्ज से मुक्ति के लिए सबसे उत्तम है। प्रस्तुत है मंगलवार के दिन किए जाने वाले आसान उपाय जो धन संपदा के साथ मन की शांति के लिए भी उत्तम माने गए हैं।
इस दिन सुबह लाल गाय को रोटी देना शुभ है।
मंगलवार को हनुमान मंदिर या गणेश मंदिर में नारियल रखना अच्छा माना जाता है।
मंगलवार को दिन लाल वस्त्र, लाल फल, लाल फूल और लाल रंग की मिठाई श्री गणेश को चढ़ाने से मनचाही कामना पूरी होती है।
मंगलवार के दिन किसी देवी मंदिर या गणेश मंदिर में ध्वजा चढ़ाकर आर्थिक समृद्धि की प्रार्थना करनी चाहिए। पांच मंगलवार तक ऐसा करने से धन के मार्ग की सारी रूकावटें दूर हो जाएगी।
मन की शांति के लिए पांच लाल फूल किसी मिट्टी के पात्र में गेहूं के साथ रखकर घर की छत के पूर्वी कोने में मंगलवार को ढंक कर रखें और अगले मंगलवार तक उसे छुए नहीं। अगले मंगलवार को सारे गेहूं छत पर फैला दें और फूलों को घर के मंदिर में रख लें। आपके जीवन के सारे तनाव दूर होंगे और शांति आप खुद महसूस करेंगे।
मंगलवार को तांबा, मतान्तर से सोना, केसर, कस्तूरी, गेहूं, लाल चंदन, लाल गुलाब, सिन्दूर, शहद, लाल पुष्प, शेर, मृगछाला, मसूर की दाल, कनेर, लाल मिर्च, लाल पत्थर, लाल मूंगा के प्रयोग और दान का विशेष महत्व है।