लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बुधवार रात आए आंधी तूफान की चपेट में आकर कम से कम 40 लोगों की मृत्यु हो गई। इसका सबसे अधिक असर आगरा मण्डल में रहा जहां 36 लोगों की मृत्यु हो गई।
आंधी तूफान के साथ गिरे ओलों ने ब्रज क्षेत्र में तबाही मचा दी। 132 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आए तूफान ने पंद्रह मिनट तक जमकर कहर बरपाया। इसकी चपेट में आकर आगरा मंडल के जिलों में 36 लोगों की मृत्यु हो गई।
आगरा के मंडलायुक्त राम मोहन राव ने बताया कि आंधी तूफान की चपेट में आकर कम से कम 36 लोगों को मृत्यु हो गई। कई लोग घायल है। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई तथा अन्य प्रकार का काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि मण्डल में हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है। सबसे पहली प्राथमिकता घायलों के उपचार की है। आंधी तूफान की चपेट में पशुओं के मरने की भी सूचना है।
जिलाधिकारी गौरव दयाल ने बताया कि मृतकों की बड़ी संख्या को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस में मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई। डॉक्टरों की विशेष टीम गठित की गई है। हंगामे की आशंका के चलते सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। आपातकालीन सेवा और जिला अस्पताल के डॉक्टरों को सतर्क कर दिया गया है।
सहारनपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार बीती शाम आई आंधी तूफान की चपेट में आकर कई स्थानों पर पेड़ गिर गए और मकानों की टिनशेड तथा छप्पर उड़ गए। बिहारीगढ़ में पेड़ गिरने से नौ वर्षीय बालिका समेत दो लोगों की मृत्यु हो गई। आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
मुजफ्फरनगर में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। बुलंदशहर में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है। बिजनौर में पेड़ गिरने से जाम लग गया। उन्नाव से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आंधी तूफान से बीघापुर क्षेत्र के पिपरासर गांव में पेड़ गिरने से एक 55 वर्षीय वृद्ध की मृत्यु हो गई।
बलिया के सिकन्दरपुर क्षेत्र में आंधी तूफान से दीवार गिरने गिरने के कारण पांच वर्षीय बच्ची की मृत्यु हो गई। चकखान गांव में नंदू राजभर की बेटी नीलम (05) कल शाम को मड़ई में अकेले थी। तेज आंधी में मड़ई की मिट्टी की दीवार गिर गई और उसके मलवे में नीलम दब गई। परिजन जब तक उसे मलवे से बाहर निकालते उसकी मौत हो गई थी।
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को आंधी-तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा कि जिलाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में आंधी-तूफान और बारिश से हुये नुकसान का आकलन कर शीघ्र शासन को अवगत कराए।
उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों के अधिकारी आंधी तूफान से प्रभावित लोगों को अविलम्ब मुआवजा प्रदान करें। राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजधानी लखनऊ में बीती रात एक बजे आधी तूफान के साथ तेज बारिश हुई। राजधानी के आसपास क्षेत्र के कई स्थानों पर पेड़ उखड़ने तथा फसल को भारी नुकसान होने की सूचना मिल रही है।