जकार्ता। इंडोनेशिया के पश्चिम में जावा और सुमात्रा के मध्य स्थित सुन्डा जलसंधि क्षेत्र में ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आये सुनामी के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 222 हो गई है। इस हादसे में 843 से अधिक लाेग घायल हैं और 28 अन्य लापता हैं।
इंडोनेशिया की आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतुोपो पूरवो नूगरोहो और अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने मृतकोें की संख्या में और बढ़ोत्तरी होने की बात कही है।
सुनामी से जावा में बांटेन प्रांत का पांडेगलांग जिला सबसे बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के दक्षिण पश्चिम में स्थित लोकप्रिय बीच और उजुंग कुलोंग राष्ट्रीय उद्यान भी सुनामी के सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र में शामिल है।
आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार सुनामी शनिवार रात स्थानीय समयानुसार नौ बजकर 27 मिनट पर सुन्डा जलसंधि समेत बांटेन प्रांत के पांडेगलांग एवं सेरांग जिलों और लाम्पुंग प्रांत के दक्षिण लाम्पुंग से टकराई।
प्रशासन ने आशंका जतायी है कि अनाक क्राकातोआ ज्वालामुखी फटने से और समुद्र के नीचे चट्टानें खिसकने के कारण समुद्र की लहरें ऊंची उठी और उसने सुनामी का रूप ले लिया।
इंडोनेशिया के मौसम और भूगोल एजेंसी प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने पत्रकारों को कहा कि सुनामी का कारण अनाक क्राकातोआ ज्वालामुखी फटना है।
कर्णावती के हवाले से कहा कि हमारा अनुमान है कि ज्वालामुखी फटने से समुद्र के नीचे चट्टानों की परत खिसक गई जिसके परिणामस्वरूप सुनामी आई है।