सुल्तानपुर। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बाद अब सुल्तानपुर में सांसद वरुण गांधी चुनाव प्रचार के दौरान गांव में लगी आग को खुद बुझाने पहुंच गए और पाइप को पकड़कर खुद आग बुझाने में लग गए।
सूत्रों के अनुसार सुल्तानपुर में वरुण गांधी मां मेनका गांधी के लिए चुनाव प्रचार में आए सांसद वरुण गांधी रविवार को जिले के जयसिंहपुर क्षेत्र में थे। इसी दौरान उन्हें जानकारी मिली कि जयसिंहपुर के बसाईतपुर में भीषण आग लगी है। मानवीय संवेदना को ध्यान में रखते हुए वरुण गाँधी प्रशासन से बात करके खुद आग बुझाने पहुंचे।
उन्होंने बताया कि दोपहर लगभग एक बजे बसाईतपुर गांव के खेतों से शुरू हुई आग, बिरईपुर जंगल, कबरा जंगल, दलईपुर जंगल, दुबौलिया, भीटी, जमुनी सराय होते हुए सदरपुर गांव तक पहुंच गई। अग्नि कांड की घटना में सबसे ज्यादा नुकसान भीटी गांव में हुआ। यहां लगभग 45 घरों की गृहस्थियां जलकर राख हो गई। वहीं बगल के गाव दुबेपुर में सात घरों की गृहस्थियां जलकर खाक हो गई।
उन्होंने बताया कि सूचना के बाद भी वन विभाग, फायर बिग्रेड और स्थानीय पुलिस समय पर न पहुंचने की वजह से इतना बडा हादसा हुआ। हल्ला गुहार पर पहुंचे ग्रामीण अपने निजी संसाधनों से आग पर काबू करने का प्रयास करते रहे।
सूचना के घंटों वाद पहुंची फायर बिग्रेड की गाडिया घंटों मशक्कत के वाद आग पर काबू पाने मे सफल रही, लेकिन तब तक भीटी गांव के हरिराम, सीताराम, रवि, विनोद, दया राम श्याम सुन्दर समेत 45 लोगो के आवास जलकर खाक हो चुके थे। वही दुबेपुर मसीरपुर के राम सेवक, राम देव समेत सात लोगों कॆ घर जलकर खाक हो चुके थे।
आग की सूचना पर कोतवाल जयसिंहपुर, थानाध्यक्ष मोतिगरपुर और गोसाईगंज पुलिस बल कॆ साथ आग बुझाने मे लगे रहे। जयसिंहपुर एसडीएम और सीओ जयसिंहपुर भी मौके पर मौजूद रहे। सांसद वरुण गांधी की सूचना पर पहूचे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़ितो को अपने मातहतों से सरकारी सहयता दिए जाने का निर्देश दिया। स्थानीय लोगो के साथ वरुण गांधी ने काफी समय तक आग को अपने हाथ से बुझाया।
गांव पहुंच कर मेनका गांधी ने आग पीड़ितों काे ढांढस बंधाया
केन्द्रीय मंत्री एवं सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी मेनका गांधी ने रविवार देर शाम जयसिंहपुर इलाके के दूबेपुर एवं भीटी गांव पहुंची और अग्निपीड़ितों को ढांढस बंधाया।
गांधी ने गांव में पीड़ितों से मुलाकात की उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल पीड़ित लोगों के नुकसान का आकलन कर तत्काल आर्थिक मदद देने को कहा है।