नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाले गैरकांग्रेसी नेताओं में अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे पहले नेता थे जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।
वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री बने। पहली बार वह 16 मई 1996 को इस पद पर आसीन हुये लेकिन उनकी सरकार 13 दिन ही चल पाई थी। वह दूसरी बार 19 मार्च 1998 को प्रधानमंत्री बने लेकिन इस बार भी वह कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। उनकी सरकार 13 माह ही चल पाई। वर्ष 1999 में हुए चुनाव में वह एक बार फिर प्रधानमंत्री बने और उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी जो अपना कार्यकाल पूरा करने में सफल रही।
देश में पहली गैरकांग्रेसी सरकार 1977 में बनी थी जिसका नेतृत्व मोरारजी देसाई ने किया। उनकी सरकार ढाई वर्ष भी नहीं चल पायी और चौधरी चरण सिंह ने प्रधानमंत्री पद संभाला। वह करीब साढ़े पांच माह ही इस पद पर रह सके।
कांग्रेस छोडकर जनमोर्चा बनाने वाले विश्वनाथ प्रताप सिंह को 1989 में प्रधानमंत्री पद संभालने का मौका मिला पर उनकी सरकार एक वर्ष भी नहीं चल सकी। उसके बाद चंद्रशेखर ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई लेकिन उनकी सरकार भी एक वर्ष पूरा नहीं कर पाई।
जून 1996 में एच डी देवेगौड़ा के नेतृत्व में केंद्र में गैरकांग्रेसी सरकार का गठन हुआ जो लगभग 11 माह ही चल पाई। इसके बाद इंद्रकुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने लेकिन वह भी 11 माह ही इस पद पर रह पाए।
मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मई 2014 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार बनी जो पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाली दूसरी गैरकांग्रेसी सरकार होगी।