atal bihari vajpayee kidnapped plan fail pak soldiers
Jaipur एक इंटरव्यू में भारत वाहिनी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवारी (पूर्व BJP कार्यकर्ता) ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी का राजस्थान से काफी गहरा रिश्ता रहा था। तिवारी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी उनके सखा की तरह रहे, हालांकि वे खुद अटलजी का बहुत सम्मान करते थे और आज भी करते हैं। क्योंकि वे ही उनके पथ-प्रदर्शक एवं प्रेरणास्त्रोत रहे हैं।
अटलजी के बारे में एक महत्वपूर्ण बात का जिक्र करते हुए घनश्याम तिवारी ने अपने इंटरव्यू में कहा कि बात उस जमाने की है जब शिमला बॉर्डर के अधिवेशन जिसमें कि पाकिस्तान को राजस्थान का कुछ हिस्सा देने की बातें हुई थीं, उस दौरान एक आंदोलन शुरू किया गया था जिसका नाम गड़रा आंदोलन था तथा उसके संयोजक घनश्याम तिवारी थे।
अटल बिहारी वाजपेयी ने इससे जुडे हुए थे। इसी के चलते उन्होंने भी वहां जाकर कार्यभार संभाला। एक दिन की बात है जब रात के समय घनश्याम तिवारी को किसी गांव में जाना पड़ा।
रात्रि में अटल बिहारी वाजपेयी स्टेशन पर अकेले ही घूम रहे थे और पाकिस्तान की सेना उस जगह से महज 3 से 4 किलोमीटर दूरी पर ही। पाक सेना को वाजपेयी के वहां होने की खबर लग गई और पाक सेना स्टेशन पर पहुंचने वाली थी कि भारत की सेना की गाड़ी वहां पहुंची और अटल बिहारी वाजपेई का अपहरण होने से बचा लिया। पूरा पढ़े