हिसार। आटोमेटेड टेलर मशीन क्लोनिंग के मामले में राजस्थान में वांछित आराेपी को पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया जब वह अपने बीमार दादा को इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहा था। बाद में उसके दादा की मौत हो गई जिससे गुस्साए परिजनों ने हांसी के सिविल अस्पताल में जमकर बवाल काटा।
लोगों व मृतक के परिजनों ने शवगृह से शव को उठाने से इनकार किया और धरने पर बैठ गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि बवानीखेड़ा निवासी अनूप अपने दादा जयपाल, दादी व दो परिजनों के साथ बीमार दादा का इलाज करवाने के लिए सिसाय जा रहा था।
भादरा (राजस्थान) पुलिस को इस बारे में टिप मिली और पुलिस ने गाड़ी रूकवाकर अनूप को पकड़ लिया। उसके बाद अनूप के दादा की तबीयत खराब होने के कारण उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने अनूप को गिरफ्तार कर जयपाल को बंधक बनाकर रोक दिया जिसके कारण दम घुटने से उसकी हालत खराब हो गई और उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दूसरी तरफ पुलिस उपाधीक्षक धर्मबीर ने कहा कि अनूप राजस्थान पुलिस का वांछित अपराधी था, जिसने एटीएम के क्लोन बनाए हुए थे। डीएसपी ने बताया कि भादरा पुलिस ने हांसी सदर पुलिस को सूचित कर व उनके संज्ञान में मामला लाकर यह कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जयपाल को बंधक नहीं बनाया तथा जयपाल की मौत के वास्तविक कारण का पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही पता लग पाएगा।