कजान । फीफा विश्वकप से बाहर होने की कगार पर खड़ी आस्ट्रेलियाई फुटबाल टीम अपनी आखिरी बची उम्मीद के लिये मंगलवार को पेरू के खिलाफ उतरेगा जहां न सिर्फ बड़ी जीत उसके लिये अनिवार्य है बल्कि बाकी टीमें भी उसके भाग्य का फैसला करेंगी।
आस्ट्रेलिया को ग्रुप सी के ओपनिंग मैच में फ्रांस से 1-2 से हार मिली थी जबकि डेनमार्क से दूसरा मैच उसने 1-1 से ड्रा खेला है। वहीं पेरू पहले ही नॉकआउट की दौड़ से बाहर हो चुकी है। ऐसे में आस्ट्रेलियाई टीम को पेरू के खिलाफ अनिवार्य रूप से बड़ी जीत दर्ज करनी होगी और साथ ही उम्मीद करनी होगी कि फ्रांसीसी टीम डेनमार्क को बड़े अंतर से हरा दे।
आस्ट्रेलियाई टीम ने अब तक रूस में खास प्रदर्शन नहीं किया है और उसके मात्र दो गोल माइल जेडिनाक ने पेनल्टी पर स्कोर किये हैं। स्ट्राइकर टोमी ज्यूरिक ने कजान में ट्रेनिंग के दौरान कहा“ यदि हम जीत भी जाते हैं तो अहम नहीं होगा, जरूरी यह है कि हमारा परिणाम क्या रहता है। हमें तीसरे मैच से पूर्व आत्मविश्वास भी दिखाना होगा।”
ग्रुप सी से पेरू पहले ही बाहर है जबकि फ्रांस ने पहले ही क्वालीफाई कर लिया है। बर्ट वान मारविक के मार्गदर्शन में आस्ट्रेलिया अब उम्मीद कर रही है कि डेनमार्क दूसरी टीम के तौर पर क्वालीफाई न करे। ‘सॉकरूंस’ को अब पेरू के खिलाफ बड़ी जीत चाहिये साथ ही उम्मीद करनी होगी कि डेनमार्क जीत दर्ज न करे।
आस्ट्रेलियाई टीम को टीम में एक बदलाव की जरूरत होगी क्योंकि फारवर्ड एंड्रयू नबाउट चोट के कारण पहले ही बाहर हैं। स्ट्राइकर ज्यूरिक अगले मैच में नबाउट की जगह ले सकते हैं।