सिडनी। आस्ट्रेलिया के स्टार क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा के भाई को आतंक निरोधक पुलिस ने झूठे आतंकी हमले से जुड़े एक मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
भारत के खिलाफ एडिलेड ओवल में छह दिसंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए नेट पर तैयारी करने के दौरान आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्मान को यह जानकारी मिली। उस्मान के 39 वर्षीय भाई अर्सलान ख्वाजा को एक अन्य व्यक्ति को झूठे आतंकी हमले में फंसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि अर्सलान को झूठे मामले में फंसाने और झूठे आतंकी हमले के दस्तावेज़ बनाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। न्यू साउथ वेल्स स्टेट के सह आयुक्त मिक विलिंग ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारा मानना है कि यह पूरा मामला योजनाबद्ध तरीके से सोच समझकर किया गया था। हमें खबर मिली थी कि कोई व्यक्ति किसी प्रकार के हमले की योजना बना रहा है।
दरअसल यह मामला अगस्त का है जब एक 25 वर्षीय श्रीलंकाई व्यक्ति मोहम्मद कामेर निलार निजामुद्दीन को पुलिस ने विभिन्न आतंकवादी हमलों की योजना बनाने के मामले में गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने कामेर को एक महीने तक हिरासत में रखा था। पुलिस को पीएचडी के छात्र कामेर की नोटबुक से प्रधानमंत्री मैल्कन टर्नबुल पर हमला करने जैसे मामलों की जानकारी मिली थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
फेडरल पुलिस ने एनएसडब्ल्यू कैंपस में पढ़ने वाले श्रीलंकाई छात्र को गिरफ्तार किया था। लेकिन सितंबर में ठोस सबूतों के अभाव में सभी आरोपों को हटा दिया गया था। पुलिस ने बताया कि कामेर की नोटबुक में जो लिखावट मिली थी वह उनकी असली लिखावट से भी अलग थी। समझा जाता है कि एक महिला को लेकर अर्सलान का कामेर से विवाद था।
प्रशासन ने इस मामले में एक निर्दाेष व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिये दुख जताया है। आस्ट्रेलियाई पुलिस सह आयुक्त इयान मैककर्टनी ने बताया कि कई बड़े राजनीतिज्ञों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन के पास कड़े कदम उठाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। अर्सलान के खिलाफ अब इस मामले में आधिकारिक रूप से सुनवाई की उम्मीद है।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच छह दिसंबर से चार टेस्टों की सीरीज़ का पहला मैच एडिलेड ओवल में शुरू होना है। आस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य खिलाड़ियों में शामिल उस्मान ने इस बीच मीडिया से उनकी और उनके परिवार की निजता का ध्यान रखने और उनसे दूर रहने की अपील की है। आस्ट्रेलिया के उपकप्तान मिशेल मार्श ने कहा कि मुझे भी इस बारे में ट्रेनिंग के दौरान पता चला। यह मामला पुलिस के पास है और वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।