सिडनी। आस्ट्रेलिया के शीर्ष फुटबाल स्कोरर टिम काहिल ने रूस में संपन्न हुये 21वें विश्वकप के बाद अपने 14 वर्षों के सुनहरे अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास की घोषणा कर दी है।
38 साल के काहिल के लिए फीफा विश्वकप संतोषजनक नहीं रहा जहां उन्हें केवल फाइनल ग्रुप मैच में पेरू के खिलाफ बतौर वैकल्पिक खिलाड़ी ही उतरने का मौका मिला जिसमें आस्ट्रेलिया को 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी। काहिल ने अपने 107 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 50 गोल किये हैं और आस्ट्रेलिया के शीर्ष स्कोरर रहे हैं।
काहिल ने मंगलवार को ट्वीटर पर अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि आज का दिन है जब मैं आधिकारिक रूप से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कह रहा हूं, मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का अहसास कैसा होता है।
उन्होंने कहा कि मैं सभी को दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे करियर में हमेशा समर्थन किया। रूस विश्वकप को पहले ही काहिल का आखिरी फीफा टूर्नामेंट माना जा रहा था, ऐसे में 38 वर्षीय फुटबाल के संन्यास की घोषणा किसी के लिए हैरानी वाली नहीं रहा है।
विश्वकप के बाद टीम को ग्राहम आर्नाेल्ड के रूप में नया कोच भी मिल गया है जो टीम को अगले वर्ष यूएई में एशियन कप के खिताब बचाओ अभियान में मदद करेंगे।
काहिल को गत वर्ष क्लब स्तर पर खेलने में भी परेशानी उठानी पड़ी थी, उन्होंने गत दिसंबर ए लीग टीम मेलबोर्न सिटी को छोड़कर इंग्लैंड की दूसरे स्तर की टीम मिलवॉल के साथ करार किया था। आस्ट्रेलिया के स्टार फारवर्ड ने मिलवाॅल के साथ 10 मैच खेले लेकिन अधिकतर समय बेंच पर ही रहे।
वर्ष 2006 विश्वकप में काहिल ने बतौर वैकल्पिक खिलाड़ी जापान के खिलाफ दो गोल कर सुर्खियां बटोरी थीं। वहीं रूस विश्वकप क्वालिफाइंग में उन्होंने गत वर्ष सीरिया के खिलाफ दो गोल किये जिससे आस्ट्रेलिया को इंटर कांटिनेंटल प्लेऑफ में होंडुरास के खिलाफ जगह मिली। होंडुरास को 3-1 से हराकर आस्ट्रेलिया ने लगातार चौथे विश्वकप फाइनल्स में जगह बनाई थी।
हालांकि रूस में काहिल को अधिकतर समय बेंच पर बैठना पड़ा लेकिन पेरू के खिलाफ उन्हें 107वें अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलने का मौका मिला।