सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय कारोबारी गौतम अडानी की क्वींसलैंड में एक नई थर्मल कोयला खदान परियोजना का विरोध करते हुए हजारों लोगों ने राज्य और संघीय सरकारों के साथ-साथ विपक्ष से इसे आगे बढ़ने से रोकने की मांग की है।
सिडनी, मेलबॉर्न, ब्रिसबेन और कैअर्नस में हजारों प्रदर्शनकारियों ने खदान परियोजना को लेकर शनिवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। एक सप्ताह पहले ही जलवायु परिवर्तन काे लेकर सरकारी लापरवाही के विरोध में 15 हजार स्कूली छात्र सड़कों पर उतर आए थे।
कोयले की इस परियोजना को सालाना छह करोड़ टन से घटाकर एक से लेकर डेढ़ करोड़ टन करने के साथ इसपर होने वाली लागत दो अरब रुपए आंकी गई है।
सत्रह वर्षीय थॉमस कुलेन ने शनिवार को ब्रिस्बेन में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हम वापस बैठकर उन लोगों का व्याख्यान नहीं सुनेंगे जो पुराने हैं और संपर्क से बाहर हैं।
इस किशोर ने गत सप्ताह भी जलवायु परिवर्तन पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग को लेकर आयोजित प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन में भाग लेने के लिए हजारों छात्रों को स्कूल छोड़ने को लेकर आलोचना की थी। इन छात्रों में थॉमस का नाम भी शामिल था।
इस मुद्दे पर मॉरिसन का सामना करने और संसद परिसर में धरना पर बैठने के लिए थॉमस ने इस सप्ताह कैनबरा की यात्रा की। उसने कहा कि हम अपने नेताओं को दिखा देंगे कि हम उनकी निष्क्रियता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।