नई दिल्ली। यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री सितंबर में 9.81 प्रतिशत बढ़ी जबकि वाणिज्यिक वाहनों के साथ ही दुपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री में गिरावट जारी रही।
ऑटो मोबाइल डीलर संगठनों के महासंघ (फाडा) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल सितंबर में कुल 1,95,665 यात्री वाहन बिके जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 1,78,189 इकाई रहा था। ट्रैक्टरों की बिक्री भी 80.39 प्रतिशत बढ़कर 38,008 इकाई पर पहुंच गई। अन्य श्रेणियों में हालांकि गिरावट जारी रहने से देश में वाहनों की कुल खुदरा बिक्री 10.24 प्रतिशत घटकर 13,44,866 इकाई रह गई।
तिपहिया वाहनों की बिक्री में सबसे अधिक 56.86 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल सितंबर में जहां 58,485 तिपहिया वाहन बिके थे, वहीं इस वर्ष सितंबर में यह आंकड़ा घटकर 24,060 इकाई पर आ गया। वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 33.65 प्रतिशत कम होकर 39,600 रह गई। दुपहिया वाहनों की बिक्री का आंकड़ा भी 11,63,918 से 12.62 प्रतिशत घटकर 10,16,977 पर आ गया।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि अनलॉक के सरकार के प्रयासों के कारण माह-दर-माह आधार पर वाहनों के पंजीकरण के आंकड़े में सुधार हुआ है। पूर्णबंदी के बाद से पहली बार साल-दर-साल आधार पर यात्री वाहनों की बिक्री बढ़ी है। छोटी गाड़ियों की मांग बढ़ी है जो इस बात का संकेत है कि लोग निजी इस्तेमाल के लिए गाड़ियां खरीद रहे हैं।
गुलाटी ने कहा कि ट्रैक्टरों की बिक्री में तेजी जारी है। इस साल रबी की फसल अच्छी रहने से ग्रामीण इलाकों में लोगों के हाथों में पैसा है। साथ ही खरीफ की अच्छी बुवाई का भी ट्रैक्टरों की बढ़ी हुई मांग में योगदान है।
फाडा ने उम्मीद जताई कि त्योहारी मौसम के कारण अक्टूबर और नवंबर में वाहनों की बिक्री जोर पकड़ेगी। मोरेटोरियम की अवधि का ब्याज माफ करने से ग्राहकों में अच्छा संदेश गया है।