लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने मंगलवार को कहा कि प्रवासी श्रमिकों को लेकर राजनीति करने पर अमादा कांग्रेस के ढपोरशंख का खुलासा हुआ है जब उसके द्वारा उपलब्ध कराई गई एक हजार बसों की सूची में आटो, टूव्हीलर और एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन नम्बर मिले हैं।
डॉ शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा प्रवासी श्रमिकों को बस मुहैया कराने के नाम पर बनावटी सहानुभूति दर्शा रही है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में बसों और बाकी चीजों की कोई कमी नहीं है। प्रदेश सरकार के कार्यो की सभी जगह सराहना हो रही है। देश में सबसे ज्यादा प्रवासियों को यूपी सरकार ही लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ढपोरशंख का खुलासा उस समय हुआ जब सरकार ने कांग्रेस से एक हजार बसों की सूची मांगी जिसमें बैठाकर वह प्रवासी श्रमिकों को उनके घर छोड़ने की जिद कर रही थी। इस सूची में एम्बुलेंस, टूव्हीलर, ऑटो के नम्बर दिए गए थे। परिवहन विभाग ने इस तथ्य की पुष्टि की है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत देश की राजनीति में हाशिये पर पहुंची कांग्रेस का काम जनता को गुमराह करना और सरकारी काम में बाधा डालना है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को प्रवासी मजदूरों की चिंता है और यहीं कारण है कि 900 स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए लगाई गई है जिसमें दस लाख से अधिक लोग आ चुके हैं जबकि 12 हजार बसों से छह लाख से अधिक प्रवासी अपने घरों तक पहुंच चुके हैं।
डा शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसी व्यवस्था देश में कहीं भी देखने को नहीं मिली है। कांग्रेस शासित राजस्थान और महाराष्ट्र की हालत बद से बदतर हो रही है। कांग्रेस शासित राज्यों में प्रवासी दयनीय स्थिति में है। उनके भोजन और स्वास्थ्य जांच का कोई इंतजाम नहीं है। देश की सबसे पुरानी पार्टी ने छह दशकों से ज्यादा देश में शासन किया और यहां की जनता को सिवाय भुखमरी और बेरोजगारी के कुछ नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों की स्क्रीनिंग के साथ स्किलिंग भी करा रही है ताकि उनके अच्छे स्वास्थ्य के साथ रोजगार भी मिल सके। कांग्रेस की तरह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी महामारी के समय जनता के साथ क्रूर मजाक कर रही हैं।
बस मुद्दे पर कांग्रेस और योगी सरकार के बीच तेज हुई जुबानी जंग
बसें तो नहीं उतरी मगर योगी के मंत्री उतर गए आरोप लगाने : प्रमोद तिवारी