नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरबस के ए320 निओ विमानों में लगाए गए पीडब्ल्यू इंजनों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिससे इंडिगो के आठ और गोएयर के तीन विमान तत्काल प्रभाव से ग्राउंडेड हो गए हैं।
नए दिशा-निर्देश उन इंजनों के लिए दिए गए हैं जिनमें टेकऑफ से ठीक पहले या हवा में उड़ान के दौरान अपने-आप बंद हो जाने की शिकायत आ रही थी। ए320 निओ विमानों में प्रैट एंड ह्विटनी कंपनी के पीडब्ल्यू 1100 इंजन लगे हुए हैं। इनमें सीरियल नंबर 450 या इससे ऊपर वाले इंजनों के हवा में उड़ान के दौरान या टेकऑफ के समय अपने-आप बंद होने की शिकायत दुनिया भर से आ रही है।
आज ही अहमदाबाद से लखनऊ के लिए उड़ान भरने वाले इंडिगो के एक विमान का इंजन हवा में बंद हो गया था। इसके बाद विमान को आपात स्थिति में वापस अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। यह इंजन भी 450 या इससे ऊपर वाले सीरीज का था।
अब तक ऐसे एक इंजन के साथ विमानों को उड़ान भरने की अनुमति थी। डीजीसीए ने आज बताया कि विमान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन इंजनों वाले विमानों का तत्काल प्रभाव से ग्राउंड करने का फैसला किया गया है।
देश में इस समय इंडिगो और गोएयर के पास इस सीरीज के इंजनों वाले विमान हैं। इन एयरलाइंस से कहा गया है कि वे अपने पास पड़े स्पेयर इंजन इन विमानों में न लगाएं।
इससे पहले इंडिगो को इसी सीरीज के दोनों इंजन वाले तीन विमानों को भी ग्राउंड किया गया था। इस प्रकार प्रभावित इंजनों के कारण इंडिगो के कुल 11 और गोएयर के तीन विमान ग्राउंड हो चुके हैं।
डीजीसीए ने कहा है कि वह सभी हितधारकों से संपर्क में है तथा जब प्रैट एंड ह्विटनी और यूरोपियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी (ईएएसए) इस समस्या का समाधान ढूंढ़ लेगी, उसके बाद वह आज के आदेश की समीक्षा करेगा।
अभी इंजन निर्माता की तरफ से इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस प्रस्ताव नहीं है। ईएएसए ने प्रभावित इंजनों में से एक के साथ कुछ शर्तों समेत विमानों के परिचालन की अनुमति दी हुई है।
फरवरी से अब तक तीन मौकों पर भारतीय विमान सेवा कंपनियों के प्रभावित सीरीज वाले इंजन हवा में बंद हो चुके हैं। आज की घटना से पहले 24 फरवरी को गोएयर के विमान का इंजन लेह से उड़ान भरने के बाद बंद हो गया था। इंडिगो के एक विमान का इंजन 5 मार्च को मुंबई से उड़ान भरने के बाद बंद हो गया था।
दोनों विमान सेवा कंपनियों ने आधिकारिक बयानों में कहा है कि वे नियामक के आदेश का पालन करेंगे। वहीं, प्रैट एंड ह्विटनी ने कहा है कि वह ग्राहक एयरलाइंस के साथ मिलकर इस दिशा में काम कर रही है जिससे कम से कम उड़ानें प्रभावित हों।
उसने बताया कि इंजनों में आ रही खामी को ठीक कर लिया गया है और अब नए इंजनों में यह समस्या नहीं है। उसने ग्राउंडे विमानों के बारे में इस साल जून तक स्थिति में सुधार शुरू होने का आश्वासन दिया है।