उदयपुर । राजस्थान में उदयपुर के महाराणा भुपाल सार्वजनिक चिकित्सालय में संचालित मदर मिल्क बैंक में जागरूक महिला उषा वारसी द्वारा अब तक 140 बार में 17770 मिलीलीटर दूध का दान कर एक रिकार्ड बनाया हैं।
उदयपुर निवासी श्रीमती वारसी मदर मिल्क बैंक भामाशाह के रूप में अपनी अदद पहचान रखती है। वर्ष 2011 में गुजरात में ऊषा को मिल्क बैंक की जानकारी मिली वहीं से उन्होंने मां बनने के बाद मिल्क दान करने का संकल्प ले लिया। आखिर वर्ष 2013 में उन्हें पहला प्रसव ऑपरेशन से हुआ। बेड रेस्ट के बाद ऊषा ने मदर मिल्क बैंक को दूध उपलब्ध करना शुरू कर दिया। उन्होंने 2017 में दूसरे प्रसव ऑपरेशन के सात दिन बाद से ही मिल्क डोनेट करना शुरू कर दिया जो अब तक सतत रूप से जारी है।
श्रीमती वारसी कहतीं हैं कि ऐसे बच्चों तक उनका दूध पहुंचा है जहां उनके पास अन्य कोई विकल्प नहीं था, यह उनके लिए गौरव की बात है। वे हर प्रसूता महिला को इस पुनीत कार्य से जुड़कर जरूरतमंद नवजात शिशुओं का जीवन संवारने में योगदान देने को प्रेरित करती हैं। इस कार्य को अब वे अपने जीवन का अहम उद्देश्य मानकर आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाना चाहती हैं। ऊषा वारसी के सराहनीय योगदान की जिला कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक ने सराहना की। श्रीमती वारसी को कलक्टर एवं अन्य अतिथियों ने चिकित्सालय के एक कार्यक्रम में सम्मानित भी किया।