बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में महाराज दशरथ के पुत्रेष्टि यज्ञ स्थली मखौड़ा धाम से अयोध्या की विश्व प्रसिद्ध चौरासी कोसी परिक्रमा शुरु हो गई।
पवित्र मनोरमा नदी में स्नान करने के बाद अयोध्या के साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने चौरासी कोसी परिक्रमा का नेतृत्व संत गया दास कर रहे हैं । उनके नेतृत्व मे राष्ट्र ध्वज, धर्म ध्वजा फहराने के बाद भजन कीर्तन करते हुए श्रद्धालुओं ने मखौड़ा धाम से राम रेखा मंदिर छावनी के लिए प्रस्थान किया।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि दो हजार से अधिक साधु सन्तो और श्रद्धालु भजन कीर्तन गाते भगवान श्री राम और देवी देवताओ का जय घोष करते हुए चौरासी कोसी प्ररिक्रमा के लिए निकल गए।
रास्ते में कोहराए रजवापुर, कनौना होते हुए राम रेखा मंदिर छावनी पहुंचे। रास्ते भर मे नागरिको द्वारा परिक्रमा में शामिल लोगो का स्थन-स्थन पर स्वागत किया गया। परिक्रमा में सामिल लोग राम रेखा मंदिर पर रात्रि विश्राम करेंगे।
उन्होंने बताया कि 21 अप्रेल सुबह हनुमान बाग चकोही के लिए प्रस्थान करेंगे और 22 अप्रेल को हनुमान बाग चकोही से चलकर सरयू नदी के शेरवा घाट नाव द्वारा पार करके अयोध्या जिले की सीमा मे प्रवेश करेंगे। विभिन्न स्थानो से होते हुए 11 मई को पुनः वापस ये लोग मखौड़ा धाम आएंगे। चौरासी कोसी परिक्रमा का नेतृत्व कर रहे संत गया दास ने बताया है कि मान्यता है कि इस परिक्रमा करने से मनुष्य को चौरासी लाख योनियो में भटकने से मुक्ति मिल जाती है।
परिक्रमा में खगडि़या बिहार से विधानचंद दास, सीतामणि से जुगलदास, दरभंगा से सिफटदास, मध्य प्रदेश से मनु रघुनाथदास, गृहस्थ घनश्याम कसौधन, रामयज्ञ शुक्ल, शंकर सिंह, भवानीशरण दास, कमलेश दास, अवधेश दास, दिनेश दास,मुम्बई से पधारे हठ योगी बाबा बालक दास, गया बिहार से द्वारिकादास एवं नागेश्वरदास सहित हजारो की संख्या में देश के कोने-कोने से साधू-संत परिक्रमा कर रहे हैं।