इस्लामाबाद। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-एफ के मौलाना फजलुर रहमान और अन्य विपक्षी दलों के बैनर तले हजारों प्रदर्शनकारियों के ‘आजादी मोर्चा’ ने इमरान खान को ‘नकली और चयनित’ प्रधानमंत्री बताते हुए उनसे 48 घंटों के भीतर इस्तीफा देने को कहा है।
‘आजादी मार्च’ की शुरुआत, सिंध प्रांत से हुई थी। यह कारवां बुधवार को पंजाब के शहर लाहौर पहुंचा और गुरुवार रात इस्लामाबाद में अपनी यात्रा का समापन किया। विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) सरकार के खिलाफ उग्र भाषण दिया। नेताओं और वहां जमा प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री श्री खान को इस्तीफा देने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता एहसान इकाबाल ने ‘आजादी मार्च’ को संबोधित करते हुए कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि (इमरान खान) की कोई इज्जनत नहीं बची है। उन्होंने कहा कि जब तक एक निर्वाचित सरकार सत्ता में नहीं आती है, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है।
जमियत उल्लेमा ए इस्लाम -एफ (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की मौजूदा सरकार ने कश्मीर के लोगों को अकेले छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग आजादी और आत्मनिर्णय के लिए लड़ेंगे।
फजुलर ने भी इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए दो दिनों की मोहलत दी। उन्होंने कहा, “हम उन्हें अब लोगों की भावनाओं से खेलने नहीं देंगे। हम अब और धैर्य नहीं रखेंगे। हम उन्हें दो दिनों का समय दे रहे है। वह खुद इस्तीफा दे दें अथवा जनता के पास प्रधानमंत्री आवास में घुसने और इमरान खान को गिरफ्तार करने की शक्ति है।”