रामपुर। उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को लेकर उठ रहे विवाद पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और विधायक आजम खान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिये बगैर कहा कि प्रदेश में नमाज को लेकर कोई पाबंदी नहीं है मगर नमाज कहां पढ़ी जाए, यह ‘राजा’ के दिल पर निर्भर करता है।
जिला न्यायालय में पेशी पर पहुंचे खान ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नमाज कहां पढ़ी जाए यह राजा के दिल पर निर्भर करता है। राजा का दिल कितना बड़ा या कितना छोटा है। नमाज पर कहीं पाबंदी नहीं है लेकिन कहां पढ़ी जाए, यह बहस का मामला है और यह इस पर भी निर्भर करता है कि राजा का दिल कितना बड़ा या कितना छोटा है।
उन्होने कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत में भी इस वक्त हमारा ही मैटर डिस्कस हो रहा है। अदालत के आदेशों की अवमानना, अनदेखी हुई। उसके लिए हम कंटेम्पट में गए हैं, जो गलत और जबरन तरीके से जिला प्रशासन ने यूनिवर्सिटी की जमीन पर कब्जा किया है, उसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवमानना के लिए हम कोर्ट गए हैं। यही बहस सुप्रीम कोर्ट में चल रही है।
द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अब तो वह राष्ट्रपति बन गई है। विपक्ष का कैंडिडेट हार गया और क्रॉस वोटिंग का भ्रम वह चैनल्स फैला रहे हैं जिन्होंने सत्ता से पैसा ले रखा है।