अजमेर। राजस्थान में अजमेर के ख्वाजा साहब की दरगाह स्थित बाबा फरीद का चिल्ला मोहर्रम के मौके पर खोला जाएगा।
दरगाह सूत्रों ने आज बताया कि परम्परा के अनुसार मोहर्रम के अवसर पर बाबा फरीद का चिल्ला साल में एक बार केवल 72 घंटों के लिए खोला जाता है। इस दौरान चिल्ले की जियारत के लिए अकीकदमंद उमड़ पड़ते हैं।
उधर, कोरोना वैश्विक महामारी की तीसरी लहर के असर को देखते हुए सरकार अथवा स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई अलग से गाइडलाइंस जारी नहीं की गई है। इसको लेकर असमंजस बरकरार है। चांद दिखाई देने पर मोहर्रम का आगाज 9 अगस्त से होगा।
अजमेर शरीफ में मोहर्रम ‘मिनी उर्स’ का स्वरूप लिए होता है, जिसमें पचास हजार से ज्यादा मुसलमान दरगाह शरीफ में अथवा दरगाह बाजखर से महावीर सर्किल तक नमाज अदा करते हैं। ऐसे में कोरोना नियमों जानकारी सरकार को पहले ही देनी चाहिए ताकि बाहर का जायरीन अजमेर में परेशान न हो।
चांदरात यानि नौ अगस्त से हजरत ईमाम हुसैन की चौकी धोने की धार्मिक रस्म के साथ ही मोहर्रम के कार्यक्रम का भी आगाज हो जाएगा।