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साधु वेष में रह रहा था कई मामलों का वांछित, बच्ची का अपहरण करने पर धरा गया
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साधु वेष में रह रहा था कई मामलों का वांछित, बच्ची का अपहरण करने पर धरा गया

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साधु वेष में रह रहा था कई मामलों का वांछित, बच्ची का अपहरण करने पर धरा गया
kidnaping of girtl child from saropganj in sirohi
kidnaping of girtl child from saropganj in sirohi

सबगुरु न्यूज-सिरोही/सरूपगंज। तस्करी, अपहरण जैसे गंभीर प्रकरणों में सिरोही जिले के विभिन्न थानों में वांछित ईनामी व्यक्ति जिले में ही साधु वेष धारण करके रह रहा था। बुधवार को सरूपगंज थाना क्षेत्र के खोखरीखेडा से एक बच्चे का फिर से अपहरण करने के प्रयास में गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी गिरफ्तारी में पुलिस ने स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया।

पुलिस के अनुसार 21 मार्च को एक 40-50 वर्षीय अधेड साधु ने ाोखरीखेडा निवासी लिम्बाराम ग्रासीया की पुत्री एवं अन्य बच्चो को वास्थानजी मंदिर की सफाई के लिए ले जाने का कहा। इस साधु ने 22 मार्च को लिम्बाराम की 10 साल की पुत्री को वास्थानजी मंदिर मे सफाई करने के बहाने से बहला-फुसला कर सवेरे करीब 10-11 बजे की बीच अपहरण कर लिया। इसकी सूचना पुलिस थाना सरूपगंज पर देर शाम को मिली।

थानाधिकारी सरूपगंज ने पुलिस अधीक्षक  व अन्य उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुये पुलिस कन्ट्रोल रूम के माध्यम से जिला सिरोही एवं आसपास के जिलों मंे नाकाबंदी करवाई। तलाश के दौरान वास्थानजी मंदिर के सीसीटीवी कैमरो की रिकाॅर्डिग से उक्त साधु की फुटेज लिए गए। इनको समस्त थानाधिकारीगण, उच्चाधिकारियों व नाकाबंदी मे तैनात स्टाॅफ को भेजे गए।

सरूपगंज के कुछ मौजीज लोगों को यह फुटेज दिखाए तो उन्होंने इस व्यक्ति की पहचार भगवानदास के रूप मे की। इन्हीं लोगों ने बाबा वेषधारी भगवानदास के नम्बर उपलब्ध करवाए। इसके बाद पुलिस को डदम बाबा उर्फ भगवान दास को खोजने में देरी नहीं हुई। सर्विलेंस पर रखने पर डदम बाबा की लोकेशन मिली।

पुलिस का इसका आपराधिक रेकर्ड भी मिला। इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश को देने के बाद माउण्ट आबू सीओ विजयपालसिह, रेवदर सीओ देवाराम, सरूपगंज थानाधिकारी उपनिरीक्षक भगवतसिह, अनादरा थाना के उप निरीक्षक कमलेश की टीम बनाकर उनक क्षेत्राधिकार वाले इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के साईबर सैल के प्रभारी भवानीसिह व कानि जगदीश, कानि विनोद कुमार से मोबाइल लोकेशन के आधार पर निरंतर बाबा वेषधारी भगवान दास की लोकेशन को ट्रेस करते रहे। इसकी लोकेशन रेवदर-मंडार की तरफ होने की पुख्ता जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने इन थाना क्षेत्रों में भी कडी नाकाबंदी करवाई। परिणामस्वरूप रात्रि में भगवानदास को पुलिस ने अपहृत बच्ची को सकुशल छुडवा लिया। अभियुक्त भगवाननाथ को भी अनादारा थानाधिकारी कमलेश ने दस्तियाब कर लिया।
-भगवान दास के खिलाफ कई मामले दर्ज
अपहर्ता साधु भगवाननाथ के खिलाफ पूर्व मे भी एक बच्ची के साथ छेडछाड के मामला दर्ज है। पुलिस थाना अनादरा में 21 अप्रेल 2012 को प्रकरण संख्या 43 आईपीसी की धारा 354, 509 में दर्ज करके न्यायालय में चालान पेश किया गया है। उक्त डदम बाब उर्फ भगवानलाल का असली नाम विक्रम उर्फ द्वारका प्रसाद पुत्र पुरूषोत्तम दास वेषण्व है।

इसके विरूद्व थाना सरूपगंज, अनादरा, कालन्द्री, पाली जिले के सादडी में मादक पदार्थो की तस्करी, लूट, डकैती, महिलाओ से छेडछाड व गम्भीर मारपीट के प्रकरण दर्ज हैं। पूर्व में भी नाबालिग बच्ची का अपहरण कर चुका है। मुंडारा पाली में साध्वीयों के साथ डकैती करने में बाबा, सादडी थाने का स्थायी वारन्टी है।

इसके खिलाफ 2000 रुपये के ईनाम की घोषणा भी की थी। जिसे पुलिस अधीक्षक ने इसे पकडने वाली टीम को देने की घोषणा भी की है।