कोटा। योग गुरु बाबा रामदेव ने आज राजस्थान के कोटा में लोगों को योगाभ्यास कराया। राज्य सरकार और पंतजलि योगपीठ के संयुक्त तत्वावधान में कोटा जिले के आरएसी ग्राउंड में आयोजित योग एवं ध्यान शिविर के पहले दिन जनप्रतिनिधि, अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में विशाल जनसमूह ने योगाभ्यास किया। इस दौरान बाबा रामदेव द्वारा सूक्ष्म यौगिक क्रियाएं, विभिन्न योगासन और प्राणायाम कराए गए।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि योग को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं, जिससे बीमारियां तो दूर रहेंगी ही, स्वस्थ भी रहेंगे। उन्होंंने कहा कि युवा अवस्था से ही योग अभ्यास करने से याददाश्त बढ़ने के साथ तन और मन भी प्रसन्न रहता है, कोटा शिक्षा नगरी के रूप में देश भर में विख्यात है और विद्यार्थियों को तनावमुक्त जीवन के लिए नियमित योग को अपनाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को योग क्रियाओं के माध्यम से तनाव मुक्त के टिप्स भी दिए।
इस माैके राज्य के कृषि मंत्री डॉ. प्रभुलाल सैनी ने कहा कि अब कोटा शिक्षा नगरी के साथ योग नगरी के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योग शिविर का लाभ कोटा के नागरिकों के साथ यहां कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों को भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि देश की बड़ी आबादी जीवनशैली जनित बीमारियाें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेसर, हाइपर टेंशन से पीड़ित होती जा रही है इनसे बचने के लिए योग उपयोगी सिद्ध होता जा रहा है। उन्होंने योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पतंजलि समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए स्वामी रामदेव का आभार भी जताया।
शिविर मंच से स्वामी रामदेव ने नगर विकास न्यास द्वारा विकसित नाथ सम्पद्राय के योग ऋषि गुरू गोरखनाथ के नाम पर बनाए गए सर्किल का लोकार्पण भी किया। इस दौरान उन्होंने गोरखनाथ को महर्षि पतंजलि और कणाद के बाद योग के प्रचार-प्रसार में महती भूमिका निभाने वाला संत बताया।
स्वामी रामदेव द्वारा विभिन्न यौगिक क्रियाओं में विश्व रिकॉर्ड बनाने पर उन्हें प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड संस्था के एशिया हैड मनीष विश्नोई भी उपस्थित थे।