भुवनेश्वर। ओडिशा में शनिवार की रात राज्य सरकार की ओर से संचालित कंधमल जिले के दारिंगीबदी में स्थित आदिवासी आवासीय स्कूल के हॉस्टल में एक नाबालिग लड़की के बच्चे के जन्म देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने इस घटना को लेकर राज्य के अनुसूचित जाति एवं जनजाति मंत्री रमेश चंद्र मांझी से सोमवार को इस्तीफे की मांग की।
भाजपा की अनुसूचित जनजाति इकाई के अध्यक्ष रवि नायक के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल गणेशी लाल से मुलाकात कर राज्य सरकार को घटना की जांच कराने तथा दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश देने का आग्रह किया। उन्होंने विभाग के आयुक्त को भी तत्काल निलंबित करने की भी मांग की।
नायक ने कहा कि मार्च 2017 को तत्कालीन आदिवासी कल्याण मंत्री ने एक लिखित उत्तर में विधान सभा को बताया था कि अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग की ओर से संचालित राज्य के सभी सेवाश्रमों तथा होस्टलों में प्रत्येक माह नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच की जाती है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में उसी माह सभी जिलाधिकारियों को भेजे गए एक पत्र में कहा गया था कि सेवाश्रम में नाबालिग लड़कियों के गर्भावस्था जांच का भी प्रावधान है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है जिसका प्रमाण उक्त घटना है।