नई दिल्ली। दोपहिया वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी बजाज ऑटो ने अपने लोकप्रिय स्कूटर ‘चेतक’ को इलेक्ट्रिक अवतार में पेश करते हुए ‘अर्बनाइट’ ब्रांड के तहत एक बार फिर स्कूटर बाजार में प्रवेश किया है।
सड़क परिवहन एवं राजमर्ग मंत्री नितिन गडकरी, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत और कंपनी के प्रमुख राहुल बजाज ने बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में इस इलेक्ट्रिक चेतक को लॉन्च किया।
गडकरी ने इलेक्ट्रिक सकूटर लॉन्च करने के लिए बजाज की तारीफ करते हुये कहा कि अभी कंपनी पेट्रोल इंजन वाले वाहन का जितना निर्यात कर रही है उससे अधिक इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात करेगी क्योंकि पूरी दुनिया में इस तरह के वाहनों की मांग बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि देश में सरकार जीवाश्म ईंधन के स्थान पर वैकल्पिक ईंधन वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए इलेक्ट्रिक, बॉयो फ्यूल, बॉयो सीएनजी, बॉयो डीजल और इथेनॉल पर जोर दे रही है। ये न सिर्फ स्वच्छ ईंधन हैं बल्कि इससे किसानों की आय में भी बढोतरी होती है।
बजाज ने कहा कि सितंबर के तीसरे सप्ताह में इस स्कूटर का पुणे स्थित संयंत्र में उत्पादन शुरू कर दिया गया है और वर्ष 2020 की शुरुआत से यह सबसे पहले पुणे और बेंगलुरु में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि नया चेतक सिर्फ बाजार में नहीं उतारा जा रहा है बल्कि यह इसके गौरवशाली इतिहास के साथ-साथ शानदार भविष्य का अग्रदूत भी है।
पुराना चेतक एक स्कूटर मात्र नहीं था। उसने निजी परिवहन में अग्रणी भूमिका निभाई थी और देश की कई पीढ़ियों की चाहत पूरी की थी। चेतक जब अपनी बुलंदी पर था तो इसकी लोकप्रियता बेजोड़ थी और इंतजार की अवधि 10 साल तक रही थी। चेतक का रीसेल में विक्रय मूल्य खरीद से अधिक होता था। देश में 1.3 करोड़ से ज्यादा चेतक की बिक्री हुई थी। इसकी लोकप्रियता ने ‘हमारा बजाज’ की भावनापूर्ण पहचान दी।
उन्होंने कहा कि ई-चेतक के डिजाइन पर भी विशेष जोर दिया गया है और इसकी पूरी बॉडी स्टील की है। इसमें आईपी 67 रेटेड हाईटेक लिथियम ऑयन बैटरी है। इसका ऑन बोर्ड इंटेलीजेंट बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (आईबीएमएस) चार्जिंग और डिसचार्जिंग को नियंत्रित करता है। इसके साथ होम चार्जिंग स्टेशन भी उपलब्ध कराया जायेगा। नया चेतक 2020 में वैश्विक बाजार में भी उपलब्ध होगा।
इस मौके पर गडकरी और कांत ने दिल्ली से 20 नए चेतक स्कूटर चालकों को झंडी दिखाकर रवाना किया जो पूरे देश में तीन हजार किलोमीटर की यात्रा तय कर पुणे पहुंचेंगे।