सिडनी। बल्लेबाज़ डेविड वार्नर ने बॉल टेम्परिंग प्रकरण के बाद पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अास्ट्रेलियाई क्रिकेट को कलंकित करने के लिए देशवासियों और प्रशंसकों से माफी मांगी है।
वार्नर ने ट्विटर पर अपनी मन की बात रखी। उन्होंने गेंद के साथ छेड़छाड़ मामले में पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए लिखा कि दुनिया भर और आस्ट्रेलिया के क्रिकेट प्रशंसकों, मैं फिलहाल सिडनी पहुंचने वाला हूं। हमने गलती की जिसने क्रिकेट को नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने लिखा कि मैं इस मामले में अपनी गलती को स्वीकारता हूं और इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं जानता हूं इससे क्रिकेट और प्रशंसकों को काफी दुख पहुंचा है। यह उस खेल को कलंकित करने जैसा है जिसे मैंने अपने बचपन से प्यार किया है।
मैं अब लंबी सांस लेना चाहता हूं और अपने परिवार, दोस्तों तथा सच्चे सलाहकारों के साथ समय बिताना चाहता हूं। मैं अगले कुछ दिनाें में आपसे बात करूंगा। सीए ने तीनों दोषी खिलाड़ियों को तुरंत स्वदेश लौटने के लिए कह दिया था।
आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी और उपकप्तान रहे वार्नर को दक्षिण अफ्रीका में तीसरे केपटाउन टेस्ट के दौरान बॉल टेम्परिंग में शामिल पाया गया था। उनके अलावा कप्तान स्टीवन स्मिथ और युवा खिलाड़ी कैमरन बेनक्राफ्ट भी इसमें शामिल थे।
इस मामले के सामने आने के बाद तीनों खिलाड़ियों ने ही अपनी गलती को स्वीकारा जिसके बाद क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने इसे गंभीरता से लिया।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया के नैतिक अधिकारी इयान रॉय और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने खुद दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और खिलाड़ियों से मिलने और जांच के बाद तीनों खिलाड़ियों को कड़ी सजा देते हुए स्मिथ तथा वार्नर पर एक-एक वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया जबकि बेनक्राफ्ट को नौ महीने के लिये प्रतिबंधित किया गया है। वहीं इन खिलाड़ियों पर आस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी से भी बैन लगा दिया गया है।
स्मिथ और वार्नर पर इसी के साथ इंडियन प्रीमियर लीग से भी गाज गिरी और दुनिया की सबसे कमाई वाली ट्वंटी 20 लीग ने भी दोनों को टूर्नामेंट के अगले महीने से शुरू होने वाले 11वें संस्करण से भी बाहर कर उनके करार रद्द कर दिये। इतना ही नहीं वार्नर के व्यक्तिगत प्रायोजकों ने भी उनसे नाता तोड़ लिया है।
केपटाउन टेस्ट में गेंद के साथ छेड़छाड़ करते रंगे हाथों पकड़े गए बेनक्राफ्ट तथा स्मिथ ने बाद में संवाददाता सम्मेलन में अपनी गलती मानी थी और सैंड पेपर का इस्तेमाल कर बॉल टेम्परिंग के आरोपों को स्वीकारा था लेकिन बाद में जांच से पता चला कि इसके पीछे वार्नर भी मुख्य साजिशकर्ता थे जिसके बाद सीए ने उन्हें भी बराबर से सजा दी है।