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स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर पर एक साल का बैन, IPL से भी बाहर
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स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर पर एक साल का बैन, IPL से भी बाहर

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स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर पर एक साल का बैन, IPL से भी बाहर
ball-tampering row : australia bans Steven Smith, David Warner for 12 months
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जोहानसबर्ग/नई दिल्ली। बॉल टेम्परिंग के दोषी पाए गए आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर पर क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने बुधवार को 12-12 महीने का प्रतिबंध लगा दिया और सीए के इस फैसले के कुछ घंटे बाद ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी कड़ा कदम उठाते हुए दोनों खिलाड़ियों को आईपीएल 2018 से बाहर कर दिया।

सीए ने स्मिथ और वार्नर पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाने के अलावा बॉल टेम्परिंग के दोषी तीसरे खिलाड़ी कैमरन बेनक्राफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया है। सीए के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड ने मंगलवार को इन तीनों खिलाड़ियों को स्वदेश वापसी का फरमान सुना दिया था और उसके 24 घंटे के भीतर इन तीनों खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिए गए।

क्रिकेट आस्ट्रेलिया के इस फैसले की गूंज भारत में भी सुनाई दी अौर बीसीसीआई ने त्वरित कार्रवाई करते हुये स्मिथ और वार्नर को आईपीएल के 11वें संस्करण से प्रतिबंधित कर दिया। स्मिथ को पहले उनकी राजस्थान रॉयल्स टीम ने कप्तानी से हटाया था और वार्नर भी सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी से हट गए थे। हालांकि दोनों खिलाड़ियों को आईपीएल टीमों की कप्तानी छोड़ने का कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि बीसीसीआई ने उन्हें इस टूर्नामेट से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया।

राजस्थान और हैदराबाद ने इन दोनों खिलाड़ियों को 12-12 करोड़ रूपए में रिटेन किया था और 11वें संस्करण के लिए अपनी टीमों का कप्तान बनाया था। राजस्थान ने स्मिथ के कप्तानी से हटने के बाद अजिंक्या रहाणे को नया कप्तान बनाया है। दोनों टीमों ने अभी तक इन दोनों आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के वैकल्पिक नामों की घोषणा नहीं की है।

बीसीसीआई ने कल तक इन दोनों खिलाड़ियों पर कोई फैसला नहीं किया था। संभवत: उसे इस मामले में सीए के अंतिम फैसले का इंतजार था। सीए का फैसला आने के चंद घंटे बाद ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति ने बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला और बोर्ड के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी से इस मामले पर चर्चा करने के बाद स्मिथ और वार्नर पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया।

इसी के साथ दोनों आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल के 11वें संस्करण में अपनी अपनी फ्रेंचाइजियों के लिए नहीं खेलेंगे। बोर्ड ने अपने बयान में कहा“ भारतीय बोर्ड मानता है कि जो भी खिलाड़ी आईपीएल टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं उन्हें क्रिकेट के खेल की भावना और उसके खिलाड़ी तथा मैच अधिकारियों के नियम कानून का पूरा सम्मान करना चाहिए। आईपीएल की इन दोनों फ्रेंचाइजियों हैदराबाद तथा राजस्थान को वार्नर तथा स्मिथ की जगह वैकल्पिक खिलाड़ी चुनने की अनुमति दे दी गई है।

पिछले 24 घंटे के अंदर आस्ट्रेलिया के इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों पर बॉल टेम्परिंग प्रकरण कहर बनकर टूटा। आस्ट्रेलियाई बोर्ड ने इस मामले में अपनी जांच पूरी करने के बाद स्मिथ और वार्नर पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाया जबकि मैदान पर बॉल टेम्परिंग को अंजाम देने वाले 25 वर्षीय युवा खिलाड़ी कैमरन बेनक्राफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा स्मिथ और वार्नर पर अगले दो वर्षाें तक आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की कप्तानी करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

आस्ट्रेलियाई टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर है और केपटाउन में हुये तीसरे टेस्ट के दौरान बॉल टेम्परिंग का यह मामला सामने आया था। इस घटना में दोषी पाये गये स्मिथ और वार्नर को सीए ने पहले ही टीम की कप्तानी और उपकप्तानी पद से हटा दिया था। इसके अलावा तीनों दोषी खिलाड़ियों को तुरंत स्वदेश लौटने के आदेश दिए गए हैं।

सीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने जोहानसबर्ग में बुधवार सुबह ही सैंडटन डिस्ट्रिक स्थित होटल में खिलाड़ियों से मुलाकात की थी और आस्ट्रेलिया लौटने से पहले उन्हें इस फैसले की जानकारी दे दी थी। वहीं स्मिथ ने इस खबर की जानकारी तुरंत टीम साथियों को दी। स्मिथ की जगह अब टिम पेन को टीम का पूर्णकालिक कप्तान बनाया गया है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) ने स्मिथ पर एक टेस्ट का बैन, 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया था तथा उन्हें चार डी-मेरिट अंक दिए गए थे जबकि बेनक्राफ्ट पर 75 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाने के साथ उन्हें तीन डी-मेरिट अंक दिए थे। ये खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट से पहले ही बाहर हो चुके थे।

आस्ट्रेलियाई बोर्ड ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुये अपने खिलाड़ियों के खिलाफ अलग से जांच कराने के बाद कड़ा फैसला लिया था। बॉल टेम्परिंग मामले में सीए के नैतिक अधिकारी इयान रॉय की अध्यक्षता में जांच की गई थी जिसमें साफ हुआ कि केपटाउन टेस्ट में गेंद के साथ छेड़छाड़ की साजिश के बारे में पहले से केवल इन तीनों खिलाड़ियों को ही पता था। सीए की जांच में कोच डैरेन लेहमैन पर कोई आंच नहीं आई और सदरलैंड ने बताया कि कोच को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी और वह अपने पद पर बने रहेंगे।

बोर्ड ने तीन घंटे तक बैठक करने के बाद खिलाड़ियों के खिलाफ इस सज़ा का ऐलान किया है। इस प्रतिबंध के बाद स्मिथ और वार्नर दोनों आस्ट्रेलिया के अगले ग्रीष्मकालीन घरेलू सत्र से पूरी तरह बाहर हो गए हैं। दोनों दोषी खिलाड़ियों को अगले 12 महीने के लिए आस्ट्रेलियाई क्रिकेट से पूरी तरह बैन कर दिया गया है लेकिन इस दौरान उन्हें ग्रेड क्रिकेट और काउंटी क्रिकेट खेलने की अनुमति होगी।

आस्ट्रेलियाई मीडिया के अनुसार सीए से एक एक वर्ष के प्रतिबंध की इस खबर को सुनकर राष्ट्रीय टीम के सभी खिलाड़ी काफी निराश दिखे। स्मिथ और पेन दोनों टीम होटल में एक दूसरे से मिले और इसके बाद स्मिथ अपना सूटकेस लेकर बाहर निकल गए। स्मिथ गुरूवार तक सिडनी पहुंचेंगे जहां उनके इस मामले पर बोलने की संभावना है।

इससे पहले सदरलैंड ने मंगलवार को जोहानसबर्ग में संवाददाता सम्मेलन में तीनों खिलाड़ियों को स्वदेश लौटने के अादेश की जानकारी दी थी। इन तीनों की जगह मैट रेनशॉ, ग्लेन मैक्सवेल और जो बर्न्स को जोहानसबर्ग में शुक्रवार से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट के लिए टीम में रखा गया है।

सदरलैंड ने केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के व्यवहार के लिए माफ़ी भी मांगी थी और इनके खिलाफ जांच पूरी होने के 24 घंटे के भीतर कड़ा फैसला लेने की बात भी कही थी। टीम से 12-12 महीने के निलंबन के बाद वार्नर और दुनिया के मौजूदा नंबर वन टेस्ट बल्लेबाज़ स्मिथ आस्ट्रेलिया के लिए अगले विश्वकप तथा अगले वर्ष इंग्लैंड में होने वाली एशेज़ सीरीज में खेल सकेंगे।

युवा खिलाड़ी बेनक्राफ्ट को बोर्ड के तरफ से कम सज़ा मिली है। वह नौ महीने के प्रतिबंध के बाद टीम में लौट सकते हैं। सीए निलंबन के समयावधि में इन खिलाड़ियों को किसी तरह का भुगतान नहीं करेगा।