अजमेर/नसीराबाद। अजमेर जिले के नसीराबाद तहसील के तहत ग्राम पंचायत बाघसुरी के अधीन आने वाले राजस्व गांव बनेवडा के वांशिदे विगत तीन साल से जनसमस्याओं और प्रशासनिक अनदेखी का दंश भोग रहे हैं।
बार बार आंदोलन के जरिए प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के बावजूद कोई परिणाम नहीं निकल रहा। मंगलवार को भी बनेवडा संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों ने सुबह से शाम तक बाघसुरी में ताला लगे पटवार घर के बाहर एक दिवसीय धरना दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत, कलेक्टर, जिला परिषद, उपखंड अधिकारी के जरिए राज्य सरकार तक कई बार ज्ञापन के जरिए गांव की ज्वलंत समस्याओं के निराकरण की गुहार लगाई जा चुकी है।
ग्रामीणों की सबसे अहम समस्या गांव के लिए नियुक्त पटवारी संजय पुनीया की लालफीताशाही को लेकर थी। शिकायतों का अंबार लगने के बाद हाल ही में पटवारी का स्थानांतरण अन्यत्र कर दिया गया। इसके बावजूद शासन और प्रशासन में अपने दबदबे के चलते आज दिनांक तक पटवारी रिलीव नहीं हुआ।
आबादी विस्तार तथा पटवार घर की मरम्मत की जरूरत के बारे में संघर्ष समिति कई बार प्रशासन को अवगत करा चुकी है। आगामी 27 अक्टूबर को प्रशासन गांवों के संग शिविर में भी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो बनेवडा संघर्ष समिति आंदोलन का रास्ता अख्तिायार करेगी।
धरने में जिेतेन्द्र सिंह, रामदेव गुर्जर, महेन्द्र, देवराज प्रजापति, सुनील गिरी, सांवरलाल बजाड, रामसुख, सोहनलाल, धरमा गुर्जर, हेमराज गुर्जर, जालिम सिंह, रंजीत सिंह, सांवरा, लाला राम, देवराज बारवाल समेत बडी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।