नसीराबाद। बाघसुरी पंचायत समिति के अन्तर्गत आने वाली बनेवड़ा ग्राम पंचायत में पटवारी की लालफीताशाही को लेकर ग्रामीणों को आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को भी बनेवड़ा संघर्ष समिति के बैनर तले गुस्साए ग्रामीणों ने पटवार घर के बाहर पटवारी का पुतला फूंका।
संघर्ष समिति के जरिए एकजुट होकर बनेवडा के वाशिंदे बीते तीन साल से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। साल 2019 में भी ग्राम पंचायत के पट्टा शिविर बहिष्कार किया था। संघर्ष समिति का कहना है कि समस्याओं का स्थाई समाधान होने तक ग्रामीण डटे रहेंगे।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि गत तीन साल से प्रशासन को बराबर अवगत कराए जाने के बावजूद गांव की सुध नहीं ली जा रही। यहां तैनात पटवारी ने भी गुमराह कर रखा है। आधा गांव आबादी में है और लगभग 30 प्रतिशत गांव अभी भी आबादी से वंचित है।
इस समस्या के बारे में कई बार पटवारी, ग्राम पंचायत, कलेक्टर, जिला परिषद तथा प्रशासन को होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गांव की समस्या का ध्यान आकृष्ट करने के लिए सोमवार को पटवार घर बनेवड़ा के बाहर पुतला दहन किया गया।
ग्रामीणों ने साफ कहा है कि अगर कार्रवाई नहीं होती है तो प्रशासन गांवों के संग शिविर का भी बहिष्कार किया जाएगा। पुतला दहन के दौरान पूसा, कृष्णा, रामलाल, पप्पू राम, जीवराज बढ़ाना, रामराज, शिवराज, जितेंद्र सिंह, देवराज, महेंद्र, जालम सिंह, रामलाल, देवा रेगर, गोपी रेगर, रामा रेगर, सांवरलाल, निक्की समेत बडी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।