ढाका। बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 कप्तान शाकिब अल हसन पर मैच फिक्सिंग को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को जानकारी नहीं देने के आरोपों के चलते मंगलवार को सभी तरह की क्रिकेट से दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। इसमें एक वर्ष की सजा निलंबित रहेगी।
शाकिब से सट्टेबाजों ने मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क साधा था, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को नहीं दी थी। शाकिब ने आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन के तीन आरोपों को स्वीकार कर लिया है और प्रतिबंध के लिए सहमत हो गए हैं।
हाल में बांग्लादेशी क्रिकेटरों की हड़ताल का नेतृत्व करने वाले शाकिब पिछले कुछ दिनों में टीम अभ्यास सत्रों से नदारद रहे थे और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उनकी अनुपस्थिति का आधिकारिक रूप से कोई कारण नहीं बताया था। लेकिन अब कारण स्पष्ट हो गया है कि शाकिब अभ्यास सत्रों से क्यों दूर थे। प्रतिबंध लगने के कारण शाकिब अब अपनी टीम के तीन नवम्बर से शुरू होने वाले भारत दौरे से भी बाहर हो गए हैं।
बांग्लादेश के प्रमुख अखबार समकाल ने पहले ही दावा किया था कि शाकिब पर आईसीसी 18 महीने तक प्रतिबंध लगा सकती है। अखबार के अनुसार शाकिब से सट्टेबाजों ने मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क साधा था, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी आईसीसी को नहीं दी थी।
आईसीसी ने शाकिब के हवाले से एक बयान में कहा कि मुझे बहुत दुःख है कि मुझे उस खेल से प्रतिबंधित किया गया है जिसे मैं बहुत प्यार करता हूं। लेकिन आईसीसी को जानकारी नहीं देने के चलते लगाए गए प्रतिबंध को मैं स्वीकार करता हूं। आईसीसी की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में खिलाड़ियों को अपना योगदान देना होता है लेकिन मैंने अपना कर्त्तव्य नहीं निभाया।
शाकिब ने कहा कि दुनिया भर में अधिकतर खिलाड़ियों और प्रशंसकों की तरह मैं भी भ्रष्टाचार मुक्त खेल चाहता हूं और अब मैं आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के साथ उनके शैक्षिक कार्यक्रम को अपना समर्थन देने के लिए तैयार हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि युवा खिलाड़ी वे गलतियां न करें जो मैंने की।
आईसीसी के महा प्रबंधक (नैतिक) एलेक्स मार्शल ने कहा कि शाकिब एक अनुभवी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर हैं जो कई शैक्षिक कार्यक्रमों में शामिल हुए थे और वह आचार संहिता के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हैं।
उन्हें ऐसे संपर्क साधने की कोशिशों की आईसीसी को जानकारी देनी चाहिए थी। शाकिब ने अपनी गलती मान ली है और उन्होंने जांच के साथ पूरा सहयोग किया। उन्होंने शैक्षिक कार्यक्रमों में मदद की पेशकश की है जिसे हमने स्वीकार कर लिया है।