ढाका। बांग्लादेश के क्रिकेटर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं जिससे बांग्लादेश की टीम का आगामी भारत दौरा खतरे में पड़ गया है।
बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने फैसला किया है कि जब तक देश में क्रिकेट में सुधार को लेकर उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वे किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे।
बांग्लादेशी क्रिकेटरों के हड़ताल पर जाने का सीधा असर राष्ट्रीय क्रिकेट लीग प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट पर पड़ेगा जो इस समय चल रहा है। इसके साथ-साथ भारत के अगले महीने के दौरे के लिए अभ्यास शिविर भी प्रभावित होगा। यहां तक कि बांग्लादेश का भारत दौरा भी खतरे में पड़ सकता है।
खिलाड़ियों ने अपने बोर्ड के सामने 11 मांगे रखी हैं जिसमें बांग्लादेश प्रीमियर लीग के फ्रैंचाइज़ी आधारित मॉडल को रद्द करने के पिछले महीने के फैसले को वापस लेना शामिल है। खिलाड़ियों ने ढाका स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह घोषणा की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद खिलाड़ियों में शाकिब अल हसन और महमूदुल्लाह शामिल थे।
शाकिब ने कहा कि उनकी मांगों में भारत दौरे से पहले का शिविर, अंडर-19 और अन्य आयु वर्गों की टीमें, सभी प्रथम श्रेणी और राष्ट्रीय टीमों, नेशनल क्रिकेट लीग से लेकर प्रथम श्रेणी, राष्ट्रीय टीम की तैयारियों और अंतर्राष्ट्रीय मैचों सभी को शामिल किया गया है।
इस बीच बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी ने कहा कि बोर्ड इन मांगों पर तभी प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा जब ये मांगें औपचारिक रूप से उनके सामने रखी जाएंगी और उन्हें इन मांगों का विवरण पता चल सकेगा।