मुंबई। केन्द्र सरकार ने भारतीय बैंक संघ के अंतिम वेतन का 30 फीसदी हिस्सा पारिवारिक पेंशन के रूप में देने और राष्ट्रीय पेंशन स्कीम में बैंककर्मियों की भागीदारी को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।
वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव देबाशीष पांडा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मियों के परिवार के लिए यह बहुत राहत की बात है। इससे बैंक कर्मियों के पारिवारिक पेंशन 30 हजार रुपए से 35 हजार रुपए तक हो जाएगी। पांडा ने कहा कि पेंशन स्लैब क्रमश: 15 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 30 प्रतिशत था। इसके तहत अधिकतम 9284 रुपए की सीमा निर्धारित थी।
उन्होंने कहा कि सरकारी बैंकों के कर्मचारियों के वेतन पुनरीक्षण के तहत 11वीं द्विपक्षीय समझौते के तहत यह मंजूरी दी गई। 11 नवंबर 2020 को भारतीय बैंक संघ और विभिन्न बैंककर्मी संघों के बीच करार हुआ था जिसमें पारिवारिक पेंशन में बढोतरी के साथ ही राष्ट्रीय पेंशन स्कीम में बैंक कर्मी की भागीदारी भी बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया था जिसको वित्त मंत्री ने अनुमोदित कर दिया है।
पारिवारिक पेंशन में बढोतरी से हजारों बैंक कर्मी लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही नई पेंशन स्कीम के तहत बैंककर्मी भागदारी बढोतरी से भी उनकी वित्तीय सुरक्षा में वृद्धि होगी।