पुणे । आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रवीन्द्र पी मराठे को डीएसके समूह के तीन हजार करोड़ रुपये के फर्जी ऋण मामले में गिरफ्तार किया है।
अपराध शाखा के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मराठे के अलावा बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेन्द्र के गुप्ता, क्षेत्रीय प्रबंधक नित्यानंद देशपांडे और पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुशील मुहनोत को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा डी एस कुलकर्णी समूह के दो अधिकारी, चार्टर्ड एकाउंटेंट सुनील घटपांडे और अभियांत्रिकी के उपाध्यक्ष राजीव नेवासकर को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है।
मराठे को अपने पद का दुरूपयोग कर बहुत बड़ा ऋण देने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। डी एस कुलकर्णी समूह के मालिक और उनकी पत्नी हेमंती को फरवरी 2018 में चार हजार निवेशकों को 1150 करोड़ रुपये का चूना लगाने अौर बैंक ऋण मामले में गिरफ्तार किया गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले माह मालिकों अौर कंपनी की 120 से अधिक संपत्ति और 275 से अधिक बैंक खाते और वाहनों को जब्त करने का आदेश दिया था।