मुम्बई । गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के लिये अधिक प्रावधान करने के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र का घाटा चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में करीब सात गुणा बढ़कर 3,764.26 करोड़ रुपये हो गया। बैंक को गत वित्त वर्ष की समान तिमाही में 596.70 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बैंक द्वारा आज जारी तिमाही परिणाम के मुताबिक, इस अवधि में उसने एनपीए के मद में 4,538.28 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसने 1,343.62 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। इस अवधि में बैंक का शुद्ध एनपीए 12.17 प्रतिशत से घटकर 5.91 प्रतिशत रह गया।
हालांकि, इस दौरान बैंक की कुल आमदनी 2,994.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,056.37 करोड़ रुपये हो गयी। बैंक का कुल व्यय भी 2,575.19 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,624.60 करोड़ रुपये हो गया।